रांची: भारतीय जनता पार्टी की विस्तृत कार्यसमिति की बैठक में भाग लेने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को रांची आ रहे हैं. केंद्रीय गृहमंत्री के रांची दौरे से पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा ने प्रवर्तन निदेशालय की ओर से जमीन घोटाले में आरोपी और फरार कमलेश कुमार की केंद्रीय वित्त मंत्री के साथ मुलाकात वाली तस्वीर जारी कर एक बड़ा राजनीतिक धमाका किया है.
झामुमो के केंद्रीय कैंप कार्यालय में पार्टी के केंद्रीय महासचिव ने पिछले मई महीने की एक तस्वीर मीडिया में जारी की है. जिसमें केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और बाबूलाल मरांडी के साथ ईडी के आरोपी कमलेश कुमार भी दिख रहे हैं. जमीन के अवैध कारोबार में लगे कमलेश कुमार के यहां छापेमारी में 01 करोड़ रुपया और जिंदा कारतूस मिला था. ईडी की ओर से पांच-पांच समन देने के बावजूद वह आज तक ईडी से बचता रहा है.
झामुमो का अमित शाह से सवाल
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने पूछा कि क्या शनिवार को जब केंद्रीय गृहमंत्री मंत्री अमित शाह रांची आएंगे तो उनकी मुलाकात भी अलग-अलग आरोप में फंसे लोगों से होगी. अगर बाबूलाल मरांडी ने इसकी कोई योजना बना रखी है तो उसे सार्वजनिक करना चाहिए.
झारखंड में ED के स्पेशल डायरेक्टर बने हुए हैं बाबूलाल मरांडी
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव ने कहा कि दरअसल राज्य में बाबूलाल मरांडी परिवर्तन निदेशालय का स्पेशल डायरेक्टर बने हुए हैं. जो यह तय करते हैं कि किसके खिलाफ ईडी को करवाई करनी है और किन-किन आरोपियों-भ्रष्टाचारियों से झारखंड आने वाले केंद्रीय मंत्री से मुलाकात करवाना है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य में जो भी लोग भाजपा की नीतियों का विरोध करते हैं उस पर ईडी कार्रवाई करती है, जबकि सच्चाई 9 मई की दो तस्वीर बयां कर रही है. जब केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण से ईडी के आरोपी की बाबूलाल मरांडी निर्मला सीतारमण से मुलाकात करवाते हैं. ईडी की कार्रवाई में जेल गए और फिर बेल पर छूटे विष्णु अग्रवाल केंद्रीय वित्त मंत्री से मुलाकात करते हैं. इसके साथ ही एक और आरोपी कमलेश कुमार की भी बाबूलाल मरांडी की उपस्थिति में निर्मला सीतारमण की मुलाकात कई सवाल खड़े करता है.