गिरिडीह: बगोदर प्रखंड के खेतको के रहने वाले प्रवासी मजदूर का शव दो महीने बाद सऊदी अरब से गांव पहुंचा है. बुधवार को शाम में शव जैसे ही खेतको गांव पहुंचा ग्रामीणों की भीड़ जुट गई. शव के अंतिम दर्शन करने के लिए लोग जुटे हुए थे.
इधर शव पहुंचते हीं परिजनों के चित्कार से माहौल गमगीन हो गया. पत्नी और बच्चों का रो- रोकर बुरा हाल हो गया और जो भी यह दृश्य देख रहा था अपने आंसू नहीं रोक पा रहा था. शव आने पर विधायक नागेन्द्र महतो भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने भी शव के अंतिम दर्शन किये. उन्होंने घटना को दुखद बताते हुए परिजनों को इस दुख की घड़ी में हिम्मत बंधाई.
बता दें कि खेतको के प्रवासी मजदूर हीरामन महतो सऊदी अरब में रहकर एक कंपनी में मजदूरी करते थे. दो महीने पूर्व 8 दिसंबर को उनकी वहीं पर मौत हो गई. शव नहीं पहुंचने से परिवार परेशान और चिंतित रह रहा था.
दो महीने बाद बुधवार को शव गांव पहुंचा. इधर प्रवासी मजदूरों के हितार्थ काम करने वाले सिकंदर अली भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि यह पहली घटना नहीं है. इसके पूर्व भी विदेशों से की महीने बाद शव आने का रिकॉर्ड है.
बताया जाता है कि पीड़ित परिजनों को मुआवजा दिए जाने का समझौता भी कंपनी के साथ हो गया है. कंपनी के द्वारा पीड़ित परिजनों को 11 लाख 70 हजार रुपया मुआवजा देने की सहमति बनी है. विधायक नागेन्द्र महतो के द्वारा मुआवजा के लिए पहल की गई थी.
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