साहिबगंजः जिले के राजमहल में राजकीय माघी मेला -2025 का बुधवार को विधिवत उद्घाटन किया गया. झारखंड सरकार के मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने दीप प्रज्वलित कर मेला का शुभारंभ किया. समारोह में भारी संख्या में स्थानीय लोग, प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे.
माघी मेला सांस्कृतिक विरासत का परिचायकः योगेंद्र
इस अवसर पर मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि "माघी मेला" हमारी सांस्कृतिक विरासत का परिचायक है. यह पर्व जनजातीय गौरव और लोक संस्कृति को समर्पित है.उन्होंने कहा कि राजमहल का माघी पूर्णिमा मेला झारखंड की सांस्कृतिक और पारंपरिक धरोहर का एक अभिन्न हिस्सा है. यह मेला न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि जनजातीय परंपराओं, वीर गाथाओं और समाज की सामूहिक संस्कृति को भी प्रतिबिंबित करता है.
वीर शहीदों के बलिदान की चर्चा की
मंत्री ने इस अवसर पर सिदो-कान्हू और फूलो-झानो को नमन करते हुए उनके बलिदान की चर्चा की. उन्होंने कहा कि यह मेला न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसका ऐतिहासिक और सामाजिक महत्व भी है. मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि सरकार इस तरह के सांस्कृतिक आयोजनों को और भी भव्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.
मंत्री ने की मां गंगा की पूजा
उन्होंने यह भी संकेत दिया कि भविष्य में राजकीय माघी मेला को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए प्रयास किए जाएंगे. माघी पूर्णिमा पर गंगा घाट पर विशेष पूजा-अर्चना की गई. मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने गंगा पूजन कर राज्य की समृद्धि और शांति की कामना की.
माघी मेला जनजातीय समाज का गौरवः विधायक
वहीं मौके पर विधायक मो. ताजुद्दीन ने कहा कि माघी मेला जनजातीय समाज के लिए गौरव का पर्व है. इसे और भव्य बनाने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है. इस अवसर पर साहिबगंज डीसी हेमंत सती, एसपी अमित कुमार सिंह समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे.
मेले में सजी हैं दुकानें
मेले में सरकार के विभागों के स्टॉल लगाए गए थे. जहां लोगों को झारखंड सरकार की योजनाओं की जानकारी दी गई. वहीं माघी मेले में झारखंड के विभिन्न हिस्सों से आए हस्तशिल्प कारीगरों और व्यापारियों ने अपनी दुकानों लगाई हैं. जसमें पारंपरिक वस्त्र, हस्तशिल्प उत्पाद, लकड़ी और बांस से बनी कलाकृतियां, कृषि उपकरण आदि की बिक्री की जा रही है. मेले में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी.
मेला क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
मेला क्षेत्र में प्रशासन की ओर से सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं. पुलिस बल, अग्निशमन दल और चिकित्सा दल तैनात हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके. साथ ही मेला क्षेत्र की सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन के माध्यम से निगरानी की जा रही है.
श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
वहीं राजमहल के ऐतिहासिक माघी मेला को लेकर श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में भारी उत्साह देखा गया. श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई. इसके बाद पूजा-पाठ कर मेला का आनंद उठाया.
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