हजारीबाग:जिले के सदर विधानसभा सीट में कांटे का मुकाबला कांग्रेस और भाजपा में दिख रहा है. यह सीट काफी सुर्खियों में है. स्टार प्रचारकों का आने का दौर खूब चल रहा है. कांग्रेस उम्मीदवार मुन्ना सिंह के पक्ष में मतदान के लिए अपील करने झारखंड मुक्ति मोर्चा की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन ने गांधी मैदान में हुंकार भरते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. इसके साथ ही हेमंत सरकार की उपलब्धियों को भी लोगों को बताया.
हजारीबाग के गांधी मैदान में महागठबंधन की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन ने चुनावी सभा को संबोधित किया है. काफी तादाद में लोग भाषण को सुनने के लिए पहुंचे थे. कल्पना सोरेन ने कहा कि यहां की जनता सजग और जिम्मेदार हैं. 5 साल सरकार ने सफलता के साथ पूरा किया है. जिसमें कोरोना काल भी शामिल है. 5 महीने तक झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बेवजह जेल में डाला गया. यही कारण है कि विकास की गति थोड़ी धीमी पड़ी है. लेकिन झारखंड के मंत्रियों ने इस दौरान खूब मेहनत किया है. जिसके बदौलत कई कल्याणकारी योजनाएं धरातल पर उतारी गई. जिसमें अबुआ आवास योजना, छात्राओं के लिए सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना और सरकार के अंतिम कार्यकाल के दौरान मंईयां सम्मान योजना शामिल है. जिसमें महिलाओं को 2500 रुपए मासिक दिया जाएगा.
कल्पना सोरेन ने अपने भाषण के दौरान कोविड काल की चर्चा करते हुए कहा कि प्रवासी मजदूरों को घर लाने का काम इसी सरकार ने किया था. डबल इंजन की सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को बंद कर दिया. आवास योजना की राशि भाजपा शासित राज्यों को दे दी. 11 लाख लोगों का नाम राशन कार्ड से कटवा दिया गया. इससे समझा जा सकता है कि केंद्र की सरकार गरीबों के खिलाफ है. भाजपा की सरकार ने 27 प्रतिशत आरक्षण को घटाकर 14 प्रतिशत कर दिया है. राज्य सरकार ने आरक्षण को विधानसभा से पास किया तो ठंडा बस्ता में केंद्र सरकार ने डाल दिया है.
केंद्र की भाजपा सरकार पिछड़ा-आदिवासी विरोधी है. यही नहीं सरना कोड भी लागू नहीं होने दिया गया है. गृह मंत्री ने सरना कोड का जिक्र अपने भाषण के दौरान नहीं करते हैं. चुनाव के समय ही आदिवासी पिछड़ा और दलित की याद भाजपा के नेताओं को आता है. मणिपुर में आदिवासी बेटी के साथ गंदी हरकत की गई. छत्तीसगढ़ में आदिवासी समाज को हटाने के लिए उनके जमीन लूट लिया गया. यह सरकार धन कुबेर की सरकार है. इनके पास किसान को पैसा देने के लिए नहीं है, लेकिन उद्योगपतियों के कर्ज माफ कर रही है. 1 लाख 36 हजार करोड़ रूपया जो झारखंड की अमानत है उसे केंद्र सरकार अपने पास रखी हुई है. भाजपा समाज को बांटने की काम कर रही है.
दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री अपना काम, दफ्तर, विभाग छोड़कर झारखंड में रह रहे हैं. इन्हें अपने राज्य की चिंता नहीं है बल्कि झारखंड की चिंता है. ये बताएं कि आखिर झारखंड से इन्हें क्या लालच है. कल्पना सोरेन ने कहा कि हेमंत सरकार ने विकास की लंबी लकीर खींची है. जन भावना और समग्र विकास के लिए राज्य में महागठबंधन की सरकार आना बेहद जरूरी है. कल्पना सोरेन ने हजारीबाग से डॉ. अंबेडकर साहब का भी जिक्र किया और कहा देश अंबेडकर साहब के संविधान से चलेगा. मनुस्मृति से राज्य नहीं चलेगा. अब लड़ने की जरूरत है सर झुकाने की नहीं.