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लातेहार के किसान ने किया कमाल, बंजर जमीन पर लहलहाने लगी स्ट्रॉबेरी की फसल - STRAWBERRY CULTIVATION IN LATEHAR

लातेहार में एक किसान ने बंजर जमीन पर स्ट्रॉबेरी की फसल लगाई है, जो सफल होती दिख रही है.

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ग्राफिक्स डिजाइन (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : 4 hours ago

लातेहार: कहा जाता है कि यदि हौसला बुलंद हो और सही मार्गदर्शन मिल जाए तो कोई भी मंजिल दूर नहीं होती. यह बात लातेहार के कुलगड़ा गांव में किसान श्रीकांत भगत के खेतों में पूरी तरह चरितार्थ हो रहा है. किसान श्रीकांत भगत के बुलंद हौसले और भूमि संरक्षण विभाग के सही मार्गदर्शन से बंजर पड़े जमीन में स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू हो गई है.

संवाददाता राजीव कुमार की रिपोर्ट (ETV BHARAT)

दरअसल, कुलगड़ा गांव निवासी श्रीकांत भगत के घर के पास उनकी जमीन काफी दिनों से बंजर पड़ी हुई थी. संसाधन और मार्गदर्शन के अभाव में श्रीकांत भगत के घर के पास स्थित जमीन में सिर्फ घास फूस ही उगती थी. लेकिन जब श्रीकांत भगत को सही मार्गदर्शन मिला तो आज उनके इस बंजर भूमि में स्ट्रॉबेरी के फूल खिल गए हैं. संभावना है कि अगले एक दो माह के अंदर स्ट्रॉबेरी के फल भी आ जाएंगे. यदि श्रीकांत भगत का यह प्रयास सफल हुआ तो यह कृषि के क्षेत्र में एक क्रांति के समान होगी.

पहली बार स्ट्रॉबेरी की खेती

इस संबंध में किसान श्रीकांत भगत ने बताया कि उनकी यह जमीन बंजर पड़ी हुई थी. यहां मवेशियों को बांधते थे. कुछ दिन पहले वह भूमि संरक्षण विभाग के संपर्क में आए तो उन्हें कई प्रकार की उन्नत खेती की जानकारी दी गई. विभागीय अधिकारी से प्रेरणा और मार्गदर्शन मिलने के बाद उन्होंने अपने बंजर पड़े भूमि में पहली बार स्ट्रॉबेरी की खेती की है. उन्होंने कहा कि पौधों में अभी फूल आने आरंभ हुए हैं. जल्द ही फल भी आने की संभावना है. विभाग के द्वारा उन्हें इस खेती के लिए काफी मदद भी की गई है. विभाग के द्वारा इसके लिए प्रशिक्षण भी दिया गया और खेती की तकनीक भी बताई गई. उन्होंने कहा कि यदि उनकी यह खेती सफल हुई तो आने वाले वर्षों में बड़े पैमाने पर वह स्ट्रॉबेरी की खेती करेंगे.

ग्रामीणों के लिए बना प्रेरणा

इधर, श्रीकांत भगत के द्वारा पहली बार गांव में स्ट्रॉबेरी की खेती करने से अन्य ग्रामीणों को भी इससे प्रेरणा मिल रही है. ग्रामीण रोहित ने बताया कि गांव में पहली बार इस प्रकार की खेती हुई है. यदि उनका यह प्रयास सफल रहा तो आने वाले वर्षों में अन्य किसान भी अपने-अपने खेतों में स्ट्रॉबेरी की खेती करेंगे. उन्होंने कहा कि जहां अभी स्ट्रॉबेरी की खेती हुई है, वहां पहले कुछ भी नहीं होता था, सिर्फ घास ही उगते थे.

किसानों को मिल रहा है हर प्रकार की मदद

इस संबंध में लातेहार जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी विवेक मिश्रा ने बताया कि लातेहार जिले के किसानों को उन्नत कृषि से जोड़ने के लिए विभाग के द्वारा कई प्रकार से मदद की जा रही है. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत किसानों को आधुनिक खेती से जोड़ा जा रहा है, जिससे किसानों को लाभ भी मिल रहा है. लातेहार के कुलगड़ा गांव में बंजर भूमि पर आरंभ की गई स्ट्रॉबेरी की खेती यदि सफल रही तो निश्चित ही यह कृषि क्रांति का रूप होगा और किसानों की आय दोगुना हो जाएगी.

ये भी पढ़ें: रास नहीं आया परदेस-गांव लौट खेती को बनाया रोजगार! जानें, रुपेश की पूरी कहानी

ये भी पढ़ें: लाल टमाटर से मालामाल लातेहार के किसान, खटाखट आ रहे जेब में पैसे

लातेहार: कहा जाता है कि यदि हौसला बुलंद हो और सही मार्गदर्शन मिल जाए तो कोई भी मंजिल दूर नहीं होती. यह बात लातेहार के कुलगड़ा गांव में किसान श्रीकांत भगत के खेतों में पूरी तरह चरितार्थ हो रहा है. किसान श्रीकांत भगत के बुलंद हौसले और भूमि संरक्षण विभाग के सही मार्गदर्शन से बंजर पड़े जमीन में स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू हो गई है.

संवाददाता राजीव कुमार की रिपोर्ट (ETV BHARAT)

दरअसल, कुलगड़ा गांव निवासी श्रीकांत भगत के घर के पास उनकी जमीन काफी दिनों से बंजर पड़ी हुई थी. संसाधन और मार्गदर्शन के अभाव में श्रीकांत भगत के घर के पास स्थित जमीन में सिर्फ घास फूस ही उगती थी. लेकिन जब श्रीकांत भगत को सही मार्गदर्शन मिला तो आज उनके इस बंजर भूमि में स्ट्रॉबेरी के फूल खिल गए हैं. संभावना है कि अगले एक दो माह के अंदर स्ट्रॉबेरी के फल भी आ जाएंगे. यदि श्रीकांत भगत का यह प्रयास सफल हुआ तो यह कृषि के क्षेत्र में एक क्रांति के समान होगी.

पहली बार स्ट्रॉबेरी की खेती

इस संबंध में किसान श्रीकांत भगत ने बताया कि उनकी यह जमीन बंजर पड़ी हुई थी. यहां मवेशियों को बांधते थे. कुछ दिन पहले वह भूमि संरक्षण विभाग के संपर्क में आए तो उन्हें कई प्रकार की उन्नत खेती की जानकारी दी गई. विभागीय अधिकारी से प्रेरणा और मार्गदर्शन मिलने के बाद उन्होंने अपने बंजर पड़े भूमि में पहली बार स्ट्रॉबेरी की खेती की है. उन्होंने कहा कि पौधों में अभी फूल आने आरंभ हुए हैं. जल्द ही फल भी आने की संभावना है. विभाग के द्वारा उन्हें इस खेती के लिए काफी मदद भी की गई है. विभाग के द्वारा इसके लिए प्रशिक्षण भी दिया गया और खेती की तकनीक भी बताई गई. उन्होंने कहा कि यदि उनकी यह खेती सफल हुई तो आने वाले वर्षों में बड़े पैमाने पर वह स्ट्रॉबेरी की खेती करेंगे.

ग्रामीणों के लिए बना प्रेरणा

इधर, श्रीकांत भगत के द्वारा पहली बार गांव में स्ट्रॉबेरी की खेती करने से अन्य ग्रामीणों को भी इससे प्रेरणा मिल रही है. ग्रामीण रोहित ने बताया कि गांव में पहली बार इस प्रकार की खेती हुई है. यदि उनका यह प्रयास सफल रहा तो आने वाले वर्षों में अन्य किसान भी अपने-अपने खेतों में स्ट्रॉबेरी की खेती करेंगे. उन्होंने कहा कि जहां अभी स्ट्रॉबेरी की खेती हुई है, वहां पहले कुछ भी नहीं होता था, सिर्फ घास ही उगते थे.

किसानों को मिल रहा है हर प्रकार की मदद

इस संबंध में लातेहार जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी विवेक मिश्रा ने बताया कि लातेहार जिले के किसानों को उन्नत कृषि से जोड़ने के लिए विभाग के द्वारा कई प्रकार से मदद की जा रही है. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत किसानों को आधुनिक खेती से जोड़ा जा रहा है, जिससे किसानों को लाभ भी मिल रहा है. लातेहार के कुलगड़ा गांव में बंजर भूमि पर आरंभ की गई स्ट्रॉबेरी की खेती यदि सफल रही तो निश्चित ही यह कृषि क्रांति का रूप होगा और किसानों की आय दोगुना हो जाएगी.

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