नई दिल्ली: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का मेजबान देश पाकिस्तान के क्रिकेट बोर्ड पीसीबी ने पुष्टि की है कि भारत के तमाम मैच दुबई में खेले जाएंगे और अगर टीम इंडिया नॉकआउट के लिए क्वालीफाई करती है तो दूसरा सेमीफाइनल और फाइनल भी यूएई में आयोजित किए जाएंगे.
भारत अपने मैच यूएई में खेलेगा
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रवक्ता आमिर मीर ने कहा कि बोर्ड ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को तटस्थ स्थल के रूप में चुना है. इस संबंध में आईसीसी को आधिकारिक तौर पर जानकारी भी दे दी गई है. पीसीबी प्रवक्ता के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान के बीच चैंपियंस ट्रॉफी के मैच अब यूएई में होंगे. चैंपियंस ट्रॉफी के लिए तटस्थ स्थल का फैसला मेजबान पाकिस्तान को करना था.
JUST IN: ICC issues update on Champions Trophy 2025 venue.
— ICC (@ICC) December 19, 2024
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पीसीबी प्रवक्ता ने यह भी कहा कि आयोजन स्थल का अंतिम निर्णय पीसीबी चेयरमैन मोहसिन नकवी और यूएई क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन शेख अल नाहयान के बीच बैठक के बाद किया गया.
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 पाकिस्तान में और एक तटस्थ स्थल पर होगी
इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने गुरुवार को घोषणा की थी कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 पाकिस्तान में और एक तटस्थ स्थल पर खेली जाएगी. जहां भारत के मैच खेले जाएंगे. हालांकि, ICC ने आगे बताया कि यह व्यवस्था 2027 तक आईसीसी द्वारा आयोजित प्रत्येक टूर्नामेंट के लिए लागू होगी.
चैंपियंस ट्रॉफी के कार्यक्रम की घोषणा जल्द
लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी के कार्यक्रम की घोषणा अभी नहीं की गई है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पाकिस्तान 9 से 10 मैचों की मेजबानी कर सकता है. यदि भारत फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं करता है, तो फाइनल मैच लाहौर में होगा. अगले साल भारत में महिला क्रिकेट विश्व कप और 2026 में टी20 विश्व कप के लिए एक हाइब्रिड व्यवस्था लागू की जाएगी, जिसकी मेजबानी भारत और श्रीलंका करेंगे.
दोनों देशों के बीच अंतिम द्विपक्षीय सीरीज 2012 में हुई थी
भारत ने सुरक्षा चिंताओं के कारण फरवरी-मार्च में होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान की यात्रा करने से इनकार कर दिया है. 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के बाद से भारतीय टीमों ने पाकिस्तान में नहीं खेला है. दोनों देशों के बीच अंतिम द्विपक्षीय सीरीज 2012 में हुई थी. इसके अलावा पाकिस्तान की यात्रा के लिए भारत सरकार की मंजूरी की आवश्यकता होती है, जिसने वर्तमान स्थिति पर अपना रुख कायम रखा है.