रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्या ने पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन कर भारत निर्वाचन आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा किया है. दो राष्ट्रीय दलों के अध्यक्ष को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दी गयी नोटिस का हवाला देते हुए सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि लगभग 15 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नफरती बोल की शिकायत आयोग से की गई थी, उस पर क्या कार्रवाई हुई, पीएम और भाजपा के स्टार प्रचारक नरेंद्र मोदी को चुनावी सभा करने से रोका क्यों नहीं गया? झामुमो नेता ने कहा कि पांच चरण के मतदान के बाद स्वाभाविक रूप से यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या भारत निर्वाचन आयोग निष्पक्षता से अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है, जिसके लिए दुनिया भर में उसका साख हुआ करती थी.
हम संविधान,अग्निवीर और पीएम मोदी के नफरती बोल पर बात न करें तो किस पर करें- सुप्रियो
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि आज फिर निर्वाचन आयोग ने दो राष्ट्रीय पार्टियों के अध्यक्ष को नोटिस भेजा है, जिसमें कहा गया है कि चुनावी सभाओं में हिन्दू-मुस्लिम नहीं करना है. वह तो INDIA दल के नेता कभी नहीं करते लेकिन जो दल और उसके नेता अक्सर हिन्दू मुस्लिम,भैंस,मंगलसूत्र की बात करते हैं उनके खिलाफ क्या कार्रवाई हुई यह आज बड़ा सवाल है.
EC के नोटिस को बताया हास्यास्पद
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने दोनों राष्ट्रीय पार्टी को आज दी गई नोटिस को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि इसमें कहा गया है कि चुनाव प्रचार के दौरान आप संविधान की बात नहीं करेंगे, अग्निवीर की बात नहीं करेंगे, यह पूरी तरह से हास्यास्पद है. सरकार अग्निवीर योजना के तहत युवाओं को चौकीदार बनाए, भाजपा के नेता और उम्मीदवार संविधान बदलने के लिए 400 के पार की बात करें और हम इन मुद्दों को लेकर जनता के बीच नहीं लेकर जाएं.
भाजपा के सबसे सक्षम मतदाता की तरह मुख्य चुनाव आयुक्त ने बढ़ाए भाजपा के वोट
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने फार्म 17 सी का हवाला देते हुए कहा कि आज निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता खतरे में है, जिस तरह से से भाजपा के स्टार प्रचारक ही नहीं बल्कि सक्षम सदस्य में हर बूथ पर 28 हजार वोट बढ़ा दिए. उससे उन पर सवाल उठता है.