खूंटी: खूंटी लोकसभा सीट से कांग्रेस का उम्मीदवार कौन होगा, यह अभी तय नहीं हुआ है. इसे लेकर मंथन जारी है. इसी के तहत मंगलवार को खूंटी में झारखंड कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर की अध्यक्षता में पार्टी की लोकसभा स्तरीय बैठक हुई. इस बैठक में उम्मीदवार होने का दावा करने वाले प्रदीप बलमुचू और हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुईं आदिवासी नेता दयामनी बारला के अलावा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व लोकसभा प्रत्याशी कालीचरण मुंडा भी मौजूद रहे. इस बैठक में नेताओं ने विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किये. गुलाम अहमद मीर ने कार्यकर्ताओं से कहा कि पिछली बार कांग्रेस खूंटी में 1400 वोटों से सीट हारी थी, इस बार हम बीजेपी को 140000 वोटों से हराकर बदला लेंगे.
कार्यकर्ताओं को दिया गया टास्क
खूंटी के गोल्डन पैलेस हॉल में आयोजित लोकसभा स्तरीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को 'मोदी की नाइंसाफी और अन्याय काल के 10 साल' और कांग्रेस के 10 वचन शीर्षक वाले पर्चा दिए गए और उनसे कहा गया कि वे पर्चे पढ़ें और बूथ स्तर पर लोगों को ये बातें बताएं.
बैठक को संबोधित करते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 1400 वोटों से सीट हारी थी, जिसका बदला हम इस बार बीजेपी को 140000 वोटों से हराकर लेंगे. उन्होंने कहा कि इस बार राहुल गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनाना है. इसके लिए हमें देश भर में इंडी अलायंस के लिए 272 से ज्यादा सीटें लानी होंगी. उन्होंने कहा कि अगर इंडी अलायंस झारखंड की कुल 14 सीटों में से 75 फीसदी सीटें जीतता है तो राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बन जाएंगे.
'62 फीसदी लोगों ने बीजेपी के विरुद्ध डाला था वोट'
गुलाम अहमद मीर ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में हम बंटे हुए थे, लेकिन इस बार हम इंडी गठबंधन के साथ एकजुट हैं. उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव नतीजों पर नजर डालें तो देशभर में पड़े कुल वोटों में से बीजेपी को सिर्फ 38 फीसदी वोट मिले थे और 62 फीसदी देशवासियों ने बीजेपी के खिलाफ वोट किया था. उन्होंने कहा कि झारखंड, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत पांच-छह राज्यों में बीजेपी को सिर्फ 46 से 50 फीसदी और बाकी राज्यों में 12 से 13 फीसदी वोट ही मिले. इस बार इंडी एलायंस के जरिए 62 फीसदी मतदाताओं को एकसूत्र में बांध लिया गया है. देश में इंडी एलायंस की सरकार बनेगी.