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पाकुड़ के गोपीनाथपुर गांव में हिंसाः नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से की मुलाकात, कार्रवाई की मांग - BJP delegation met Governor

BJP delegation met Governor on violence in Gopinathpur. पाकुड़ के गोपीनाथपुर गांव में हुई हिंसक घटना पर भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की. नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी के अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल ने इसको लेकर ज्ञापन सौंपा और कार्रवाई की भी मांग की.

Jharkhand BJP delegation met Governor on violence in Gopinathpur of Pakur
राजभवन के बाहर भाजपा प्रतिनिधिमंडल (Etv Bharat)

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jun 24, 2024, 7:50 PM IST

रांचीः झारखंड में पाकुड़ जिला के गोपीनाथपुर गांव में दो समुदाय के बीच हुए हिंसक झड़प के बाद भारतीय जनता पार्टी ने इसका विरोध करते हुए राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है. भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल नेता प्रतिपक्ष अमर बावरी के अगुवाई में राजभवन पहुंचकर पाकुड़ के गोपीनाथपुर गांव में हुई घटना में शामिल आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की. भाजपा प्रतिनिधिमंडल में नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी के साथ विधायक रणधीर सिंह, भानु प्रताप शाही, अमित कुमार मंडल, नवीन जायसवाल उपस्थित रहे.

राज्यपाल से मुलाकात को लेकर जानकारी देते नेता प्रतिपक्ष (ETV Bharat)

राजभवन जाकर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को ज्ञापन सौंपने के बाद नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि 20 जून 2024 को जब भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल गोपीनाथपुर गांव का दौरा करने पहुंचा. वहां की स्थिति देखकर कहा जा सकता है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों ने पूरी साजिश के तहत गोपीनाथपुर गांव पर हमला कर हिंदुओं को वहां से भगाना चाहते हैं. किस तरह से पश्चिम बंगाल से आए सैकड़ों की संख्या में बंग्लादेशी घुसपैठियों ने गांव पर हमला कर आगजनी, पत्थरबाजी, बमबाजी, छेड़खानी जैसी घटनाओं को अंजाम दिया. यह दुखद नहीं बल्कि दुर्भाग्यपूर्ण भी है.

हमला करने पहुंचे बांग्लादेशी घुसपैठी गोपीनाथपुर की भोली-भाली जनता को घायल कर मुस्लिम समुदाय उस क्षेत्र में अपना दबदबा बनाने की कोशिश कर रही है. यह आंतरिक सुरक्षा का मामला है लेकिन राज्य सरकार की तरफ से किसी भी तरह का कोई बयान नहीं दिया जाता है. सिर्फ झारखंड सरकार ही नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल सरकार भी पूरे मामले पर मौन साधी हुई है. जिससे यह पता चलता है कि बंगाल की सरकार भी इस तरह के हिंसक घटना को बढ़ावा दे रही है.

अपनी छह सूत्री मांगों में भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने मांग किया कि तत्काल गोपीनाथपुर गांव में एक स्थायी पुलिस पिकेट की स्थापना की जाए और केंद्रीय पुलिस बल तैनात किया जाए. राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते हुए भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने मांग किया कि गोपीनाथपुर की घटना की एक उच्चस्तरीय न्यायीक जांच कराकर दोषियों पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए. साथ ही गोपीनाथपुर के लोगों को हुई क्षति की राज्य सरकार की तरफ से अविलंब क्षतिपूर्ति की जाए. इसके अलावा राज्य में इस तरह की घटना की दोबारा न हो इसकी अपने स्तर से कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाए. गोपीनाथपुर के ग्रामीणों को अविलंब पक्का मकान, पेयजल सुविधा, बिजली एवं बच्चों के शिक्षण के लिए एक स्कूल की स्थापना कराई जाए.

राज्यपाल से मुलाकात के दौरान भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने यह भी मांग किया कि पूरे राज्य में खुलेआम प्रतिबंधित मांस की बिक्री करने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर अविलंब कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.

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