रांची:झारखंड मुक्ति मोर्चा ने झारखंड की अस्मिता पर लांछन का आरोप लगाते हुए भाजपा और चुनाव आयोग पर जमकर निशाना साधा है. साइलेंट पीरियड के बाबजूद जेएमएम कैंप कार्यालय में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए पार्टी महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हमलोगों के द्वारा लगातार लिखित शिकायत की जा रही है, मगर चुनाव आयोग कुछ नहीं कार्रवाई नहीं कर रहा है.
झामुमो ने चुनाव आयोग की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि क्या मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट भाजपा के विपक्ष में जो भी पार्टियां काम करे उसी के लिए है भाजपा के लिए अलग नियम कानून है क्या? उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग से बार-बार हम लोग यहां से शिकायत भेज रहे हैं मगर इस पर कोई संज्ञान तक नहीं लिया जाता है.
जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य मीडियाकर्मियों से बात करते हुए (Etv Bharat) सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पूरी तरह से झारखंडी अस्मिता लांछन लगाई जा रही है, उसकी पहचान को मिटाने की कोशिश की जा रही है और चुनाव आयोग खामोश है. उन्होंने कहा कि इसके बावजूद बुधवार को मतदान होगा और भारी संख्या में मतदान होगा. सभी लोग घर से निकलें और पूरी जो साजिश रची गई थी उसके खिलाफ जमकर अपना वोट करें क्योंकि अब हम लोगों ने एक नया नारा गढ़ा है वह नारा है- विकसित झारखंड करने की परिकल्पना है, हेमंत के साथ खड़ी मंईयां शक्ति कल्पना हैं.
भाजपा साइलेंस पीरियड में भी कर रही है आचार संहिता का उल्लंघनः सुप्रियो
सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा निर्वाचन का कल आखिरी दिन है, मतदान का और अभी साइलेंस पीरियड चल रहा है लेकिन जिस प्रकार से साइलेंस पीरियड में भी लोगों के बीच में भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है वह कहीं से भी उचित नहीं है.
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का ऑफिशियल ट्विटर और ऑफिशयल फेसबुक पेज से कई प्रकार के ऐसे ऑडियो वीडियो चल रहे हैं जो साइलेंस पीरियड का उल्लंघन है. हमने भी उसी को लेकर आज एक चिट्ठी आयोग को दी है. उन्होंने कहा कि हमारी अपनी जो आपत्ति है उसको हमने दर्ज कराया है और मुख्य चुनाव आयुक्त से यह मांग की है कि आईटी एक्ट और मॉडल कोड आफ कंडक्ट की धारा के तहत क्रिमिनल प्रोसीजर चलाया जाय क्योंकि हम सब जानते हैं कि इस चुनाव को जिस प्रकार से घृणा की भाषा बोलकर खासकर असम के मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रयोग किया वह बहुत ही गंभीर विषय है. केवल यह लोग भाषा से ही नहीं बल्कि काम से भी वही सब कर रहे हैं.
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