झांसी: यूपी के झांसी में 15 नवंबर को मेडिकल कॉलेज के NICU वार्ड में भीषण अग्निकांड हुआ था. हादसे में तत्काल 10 नवजात बच्चों की जलकर मौत हो गई थी. जबकि, 8 बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. 18 बच्चों की मौत के बाद यूपी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. प्रधानाचार्य डॉ नरेंद्र सिंह सेंगर को उनके पद से हटा दिया गया है. उन्हें चिकित्सा शिक्षा विभाग के महानिदेशालय से संबद्ध किया गया है.
इसी तरह मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉ. सचिन माहोर को आरोप पत्र(चार्जशीट) दिया गया है. इसके साथ ही 3 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है. कॉलेज के अवर अभियन्ता (विद्युत) संजीत कुमार, NICU वार्ड की नर्सिंग सिस्टर इंचार्ज संध्या राय और मेडिकल कॉलेज की प्रमुख अधीक्षक डॉ. सुनीता राठौर को सस्पेंड किया गया है.
झांसी अग्निकांड में क्या-क्या कार्रवाई हुई. (Photo Credit; ETV Bharat) बता दें कि झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के NICU वार्ड में 15 नवंबर को आग लग गई थी. इसमें 10 बच्चे जिंदा जल गए थे. 26 नवंबर तक इलाज के दौरान 8 और बच्चों की मौत हो गई. हादसे की जांच के लिए चार सदस्यी कमेटी गठित की गई थी. जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने ये कार्रवाई की है.
वहीं झांसी मेडिकल कॉलेज की घटना पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, अग्निकांड के मुख्य आरोपी झांसी मेडिकल कॉलेज के कार्यवाहक प्राचार्य नरेन्द्र सिंह सेंगर को तत्काल बर्खास्त किया जाए और अविलम्ब उनकी गिरफ्तारी की जाए. राय ने कहा कि, इतने दर्दनाक हादसे के बाद भी अगर स्वास्थय मंत्री आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, तो ये बहुत ही शर्मनाक है और हम ऐसे संवेदनहीन मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हैं.
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