भोपाल :कांग्रेस प्रदेशध्यक्ष जीतू पटवारी ने नए बरस का पहला दिन अपने आलू के खेत में मनाया. खेत से ही केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा. जीतू पटवारीने आरोप लगाया "शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार का दिन किसानों से मुलाकात के लिए तय किया है. लेकिन जीतू पटवारी बीते 16 मंगलवार से उनसे मिलने का समय मांग रहा है. लेकिन शिवराज ने उन्हे समय नहीं दिया. अब वह 100 मंगल और उनसे मिलने के लिए इंतजार करेंगे. इस दौरान लगातार समय भी मांगेगे. आखिर मुद्दा फसलों के एमएसपी का है."
जीतू पटवारी बोले - मैं भी किसान हूं और शिवराज जी
जीतू पटवारी के निशाने पर शिवराज सिंह चौहान उस समय से हैं, जब शिवराज मुख्यमंत्री थे. अब शिवराज केंद्र में कृषि मंत्री हैं तो जीतू पटवारी ने फिर उन पर निशाना साधा है. इंदौर में अपने खेत पर पहुंचे जीतू पटवारी ने नए साल का पहला दिन खेत पर बिताया. वहां काम करने वाले मजदूरों की आपबीती सुनी. और फिर उसी खेत से शिवराज को संबोधित वीडियो बनाया. वीडियो में जीतू पटवारी कह रहे हैं "मैं आपसे बार-बार ये बात कहता हूं कि आप व्यवहारिक रूप से किसान पुत्र नहीं हैं केवल राजनीतिक रूप से किसान पुत्र हैं."
आलू की खेती देखकर जीतू पटवारी ने मांगा शिवराज से समय (ETV BHARAT) अपने खेत में ट्रैक्टर से जुताई करते जीतू पटवारी (ETV BHARAT) आलू के खेत में बैठकर किसानों की समस्या बताते जीतू पटवारी (ETV BHARAT) मैं किसान का बेटा, उनकी तकलीफें समझता हूं
जीत पटवारीने कहा "मैं किसान का बेटा हूं और उनकी तकलीफें समझता हूं. इसी जमीन पर खेती करके मेरे चाचा, बाबा, पिता अपना जीवनयापन करते हैं. मेरी शिवराज से लड़ाई व्यक्तिगत नहीं है. कोई राजनीतिक लड़ाई भी नहीं, लेकिन मुद्दा एमएसपी का है. लड़ाई एमएसपी की है. सरकार ने जो वादे किए थे, हम इतना चाहते हैं कि सरकार अपने वो वादे पूरे करे."
16 मंगलवार से समय मांगा, 100 मंगल तक इंतजार करूंगा
जीतू पटवारीने कहा "मैं 16 मंगलवार से कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने का समय मांग रहा हूं. खेती को लेकर ही सलाह देनी है. आपने किसानों को वचन दिया था कि अगर पूरा नहीं होगा तो हम तो विपक्ष का दायित्व निभाएंगे. मैं आपसे 100 मंगलवार तक इंतजार करूंगा, जब तक आप समय नहीं दे देते. नए साल के पहले दिन मैं फिर आपसे मंगलवार को मिलने का समय मांग रहा हूं." बता दें कि शिवराज सिंह चौहान ने सप्ताह का एक दिन मंगलवार किसानों से मिलने के लिए निर्धारित किया है. वह हर मंगलवार किसानों से मुलाकात करते हैं और उनकी समस्याएं सुनते हैं.