भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बार फिर डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है. लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि इस बार ये फ्रॉड एक बैंक कर्मी के साथ हुआ है. दरअसल, रविवार को कोलार थाना क्षेत्र के दानिश कुंज में रहने वाली एक असिस्टेंट बैंक मैनेजर 1 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट का शिकार रही.साइबर ठगों ने वीडियो कॉल कर बैंक कर्मी महिला को कहा कि उनके आधार कार्ड, पैन कार्ड और एटीएम कार्ड के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के 2 करोड़ 56 लाख रुपयों का ट्रांजैक्शन हुआ है. ठगों ने महिला को बातों में फंसाकर एक घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखा.
खुद को बताया दिल्ली क्राइम ब्रांच का अधिकारी
दरअसल, रविवार शाम बैंक ऑफ इंडिया की असिस्टेंट मैनेजर प्रणाली को साइबर जालसाजों ने वीडियो कॉल किया, फिर उनके ही घर के कमरे में गिरफ्तारी का डर दिखाकर डिजिटल अरेस्ट कर लिया. इस मामले पर जानकारी देते हुए कोलार थाना प्रभारी संजय सोनी ने कहा, " प्रणाली नामक महिला जो कि बैंक ऑफ इंडिया भोपाल में असिस्टेंट मैनेजर हैं. रविवार शाम को उन्हें एक अनजान नंबर से वीडियो कॉल आया, कॉल करने वालों ने खुद को क्राइम ब्रांच दिल्ली का अधिकारी बताया."
'आप मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल हैं'
थाना प्रभारी ने आगे बताया, " साइबर ठगों ने महिला मैनेजर से बोला कि आपके आधार कार्ड, पैन कार्ड और एटीएम कार्ड के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के 2 करोड़ 56 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन हुआ है. वीडियो कॉल में पुलिस की वर्दी में जालसाज दिखाई दे रहे थे, उन्होंने बैंक अधिकारी से कहा कि इस मामले में आपका बयान दर्ज किया जाएगा. इस दौरान किसी प्रकार की कोई रुकावट न हो इसलिए आप घर से बाहर नहीं जा सकती हैं. आपको डिजिटल अरेस्ट किया गया है यह सुनते ही खुद को 1 घंटे तक कमरे में बंद कर लिया."
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पीड़ित के पति ने पुलिस को किया फोन
साइबर ठगों ने महिला अधिकारी का बयान दर्ज करने के बाद कहा कि आपके द्वारा दर्ज कराए गए बयान को कोर्ट में पेश किया जाएगा. बैंक अधिकारी काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकली तो उनकी सास ने कमरे में जाकर देखा. सास ने जब बाहर निकलने को कहा तो उसने कहा कि वह अभी पुलिस अधिकारियों से बात कर रही है. ऐसा सुनकर सास को शक हुआ और उसने इसकी जानकारी फौरन अपने बेटे को दी. बेटे को साइबर ठगी का शक हुआ तो उसने इसकी जानकारी पुलिस को दी.
कोलार पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने महिला से पूछा कि कॉल करने वाले पुलिस अधिकारी कौन हैं? हम कोलार थाने से हैं, इतना कहते ही महिला ने जैसे ही दरवाजा खोला, जालसाजों को असली पुलिस दिख गई और फोन डिस्कनेक्ट हो गया.