हजारीबाग: केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी के नेतृत्व में दिशा की बैठक संपन्न हुई. केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने दुख जाहिर किया कि हजारीबाग जिले में केंद्र प्रायोजित योजना की स्थिति बेहद निराशाजनक है. जनकल्याण योजना धरातल पर सही तरीके से नहीं उतर रही है. हजारीबाग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना पूरा नहीं हो रहा है. पीएम मोदी का सपना था कि 2024 तक हर एक घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचे. भारत सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना है.
सबसे बुरा हाल हजारीबाग का है
पेयजल स्वच्छता विभाग के जल जीवन मिशन के तहत हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाना है, लेकिन योजना की स्थिति हजारीबाग में संतोषजनक नहीं है. इस बात का खुलासा दिशा की बैठक में हुआ है. केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने बैठक के बाद बताया कि केंद्र प्रायोजित योजना की चर्चा बैठक में की गई. लेकिन सबसे बुरा हाल हजारीबाग जिले का है.
जल जीवन मिशन के तहत हर एक घर को पेयजल पहुंचाना था, लेकिन हजारीबाग इस योजना में फिसड्डी साबित हो रहा है. इस योजना में लापरवाही और गुणवत्ता की कमी है. सिंगल विलेज स्कीम के तहत गांव में पानी की टंकी तो बैठा दी गई है, लेकिन पानी गांव तक नहीं पहुंच रहा है.
लापरवाही को देखते हुए हजारीबाग उपयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है. जिसमें जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट सौंपी जाएगी ताकि रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाए.
कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर चर्चा की गई
अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि दिशा की बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं पर भी चर्चा की गई है. ब्लॉक प्रमुख ने भी अपनी बातों को साझा किया है. हजारीबाग में कई ऐसी योजनाएं हैं जो संतोषप्रद नहीं हैं और पदाधिकारी जवाब देने की स्थिति में नहीं हैं.
हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल ने भी बैठक के बाद कहा कि विकास प्रतिवेदन जो बैठक में रखी गई वह काफी निराशाजनक है. हजारीबाग में केंद्रीय योजना की स्थिति बहुत खराब है. खास कर भवन निर्माण विभाग में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है.