जबलपुर:मध्य प्रदेश के जबलपुर के निचले इलाकों के निवासियों को नर्मदा तटों से दूरी बनाए रखने का अलर्ट जारी किया गया है, क्योंकि रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. बांध के गेटों को कभी भी खोलने का फैसला लिया जा सकता है. प्रशासन ने यह निर्णय लिया है, ताकि बांध के जलस्तर को नियंत्रित किया जा सके और संभावित बाढ़ के खतरे को टाला जा सके. इसके साथ ही जबलपुर से नर्मदापुरम तक के सभी घाटों में अलर्ट जारी किया गया है.
बारिश के पानी बरगी बांधभरा लबालब
बरगी बांध का जल ग्रहण क्षेत्र 14,556 वर्ग किलोमीटर है. जिसमें पिछले चार दिनों में 156 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है. इस बारिश के कारण कैचमेंट इलाकों से बरगी डैम के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. गुरुवार की शाम तक बरगी डैम का जलस्तर 416.30 मीटर हो गया था. जबकि बांध की पूर्ण भराव क्षमता 422.76 मीटर है. बांध के जलस्तर में इस वृद्धि का मुख्य कारण पिछले तीन दिनों में बांध में 465 मिलियन घन मीटर पानी की आवक हुई है. इसके अलावा वर्तमान में प्रति सेकंड 1,432 घन मीटर यानी 50,571 घन फुट पानी की आवक हो रही है. ऐसे में जब जलस्तर 418 मीटर तक पहुंच जाएगा, तो जलद्वारों को खोलने की संभावना बढ़ जाती है.
डैम का गेट खोलने को लेकर कई जिलो को किया गया अलर्ट
बांध के ऑपरेशनल मैनुअल के अनुसार, 31 जुलाई तक डैम का जलस्तर 417.50 मीटर पर रखा जाना निर्धारित है. वर्तमान स्थिति को देखते हुए, जलद्वारों को खोलने का निर्णय किसी भी समय लिया जा सकता है. इसलिए निचले इलाकों के निवासियों को सतर्क रहने और नर्मदा तटों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी गई है. निचले इलाकों के रहवासियों को सलाह दी गई है, कि वे सुरक्षित स्थानों पर जाएं और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें. इसके साथ ही प्रशासन ने नागरिकों को किसी भी आपात स्थिति में सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करने की सलाह दी है. डैम के गेट खुलने से जबलपुर, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम, रायसेन, सीहोर, खंडवा जिले में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है.