देवघर:जिला के बांदाजोड़ी पंचायत में मनरेगा योजना में एक अजीबोगरीब गड़बड़ी का मामला सामने आया है. दरअसल मनरेगा योजना की नियमावली के अनुसार किसी काम में मजदूरों का सहयोग लेना होता है. लेकिन देवघर के मिश्राडीह पंचायत में मजदूरों की जगह मशीनों से काम किया जा रहा है.
दरअसल, बांदाजोड़ी पंचायत में कल्पना देवी और देवनारायण ठाकुर की जमीन पर पौधारोपण का कार्य हो रहा था. दोनों लाभुकों के नाम से पौधारोपण का काम मनरेगा के द्वारा निर्गत किया गया था. लेकिन मनरेगा योजना से काम निर्गत होने के बावजूद भी दोनों लाभुक जेसीबी से काम करवा रहे थे. वहीं पौधारोपण का सारा काम कल्पना देवी और देवनारायण ठाकुर को मजदूरों से कराना था.
इस घटना की जानकारी जब जिला प्रशासन को हुई तो उनके द्वारा निरीक्षण किया गया. जहां जिला प्रशासन की तरफ से लोकपाल अधिकारी ने घटनास्थल का दौरा किया और उन्होंने ये पाया कि मिश्रडीह ग्राम में मनरेगा योजना के अंतर्गत मिले हुए काम में मशीनों का उपयोग किया जा रहा है. निरीक्षण के बाद लोकपाल अधिकारी कल्पना झा ने बताया कि पौधारोपण का काम दोनों लाभुक के नाम पर आवंटित किया गया था. लेकिन सिर्फ लाभुक की लापरवाही की वजह से ऐसा नहीं हो सकता है. ऐसे में यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि लाभुक के साथ-साथ ब्लॉक के पंचायत सचिव और रोजगार सेवक की भी मिलीभगत की बात सामने आ रही है.
लोकपाल अधिकारी कल्पना झा ने बताया कि जब तक पंचायत सचिव, रोजगार सेवक और जेई की मिलीभगत नहीं हुई होगी तक इस तरह की बेईमानी करना किसी भी लाभुक के लिए संभव नहीं है. इसलिए निरीक्षण के बाद क्षेत्र के जेई, रोजगार सेवक और पंचायत सचिव से भी सो-काउज किया जायेगा. आखिर कैसे उनकी निगरानी में मजदूरों की जगह मशीनों से काम कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि निरीक्षण के बाद फिलहाल काम को रोक दिया गया है और लाभुक देवनारायण और कल्पना देवी को भी हिदायत दी गई है कि सरकारी योजनाओं के नियमों का पालन करें.