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INTERNATIONAL YOGA DAY 2024: 14 साल के ध्रुव का हुनर देखकर रह जाएंगे हैरान, बताया योग का महत्व - YOGA TEACHER DHRUV SHARMA

INTERNATIONAL YOGA DAY 2024: भारत समेत दुनिया भर के तमाम देशों में योग के महत्‍व को समझाने के लिए हर साल 21 जून को अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है.

कुछ इस तरह योग करता है 14 साल का ध्रुव
कुछ इस तरह योग करता है 14 साल का ध्रुव (Etv Bharat)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jun 20, 2024, 10:50 PM IST

कुछ इस तरह योग करता है 14 साल का ध्रुव (ETV BHARAT)

नई दिल्लीःभारत समेत दुनिया भर में हर साल 21 जून को अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. योग से निरोग का संदेश देते हुए 14 साल के ध्रुव लोगों को योग सिखाते हैं. इतनी कम उम्र के योग टीचर ध्रुव का योग देख लोग उन्हें मोम का गुड्डा बताते हैं. वह देश ही नहीं विदेश में भी योग का प्रचार प्रसार करने के लिए जाते हैं. श्रीलंका में उन्होंने योग किया तो खूब सराहना हुई.

वसुंधरा के रहने वाले ध्रुव लोगों को ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीके से योग सिखाते हैं. छह साल की उम्र से वह योग कर रहे हैं. योग करने से वह न सिर्फ शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं बल्कि मानसिक रूप से भी बहुत मजबूत हैं. वह पढ़ाई, खेलकूद समेत अन्य गतिविधियों में स्कूल में अन्य बच्चों से आगे रहते हैं. वह सैकड़ों पुरस्कार जीत चुके हैं.

युवाओं और बच्चों को दिशा देने के लिए ध्रुव बने योग टीचरःध्रुव शर्मा ने कहा कि योग टीचर बनने का प्रोसेस धीरे धीरे शुरू हुआ. जब योग शुरू किया तो इसके फायदे मेरी आत्मा और शरीर से जुड़े. मैंने समाज में देखा आज के युवा और बच्चे अपनी सेहत के प्रति बिल्कुल भी जागरूक नहीं है. तो मुझे लगा कि मैं इन्हें कनेक्ट करता हूं और जागरूक कर सकता हूं. इसके बाद मैंने योग टीचर बनना तय किया.

लोगों को योग से जोड़ना पुण्य का कामःध्रुव ने कहा कि वह छह साल से योग कर रहे हैं. तकरीबन नौ साल हो गए योग कर रहे. लोगों को योग के साथ जोड़ना पुण्य का काम है. आज के समय में जब लोग मेंटली, फिजिकली वीक होते जा रहे हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से मैं अपने दोस्तों व अन्य लोगों को योग के जरिए उनके मन और शरीर को स्वस्थ करने का काम करता हूं.

तमाम आसन से ध्यान नहीं भटकताःध्रुव शर्मा ने बताया कि वह कल्चर एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत श्रीलंका गए. उन्होंने भारतीय संगीत की धुन पर योग का प्रदर्शन किया. वहां लोगों से बहुत मान सम्मान मिला. योगा से फिजिकल फिटनेस के साथ मानसिक रूप से स्वस्थ रहता हूं. इससे पढ़ाई स्पोर्ट्स आदि में भी मदद मिलती है. जो मैं ब्रीदिंग एक्सरसाइज, प्राणायाम आदि करता हूं. इससे पढ़ाई करने जब मैं बैठता हूं तो मेरा ध्यान इधर उधर नहीं जाता है.

योग से ही माइंट से कनेक्ट हो पाते हैःयोगा एक फिजिकल एक्सरसाइज से कहीं ज्यादा है. यह भारतीय संस्कृति, धरोहर है. हमारे ऋषियों मुनियों ने कड़े तप और रिसर्ज करके योग को निकाला है. तभी हमारे ऋषि मुनी इतने बड़े बड़े ग्रंथ लिख पाए. जो योग करेगा वह अपने माइंड से कनेक्ट करेगा. वह ज्यादा अच्छे से अपने मन को केंद्रित कर पाएगा. योग करें और इसे नियमित की आदत बनाए. मैं पीएम मोदी का धन्यवाद करना चाहूंगा कि उन्होंने योग को विश्व स्तर पर पहुंचाया और लोग इससे जुड़े.

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