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AAP पर राहुल गांधी का हमला नरम; केजरीवाल का जवाब सिमटा हुआ क्यों ?, समझिए क्या है इसके सियासी मायने - RAHUL GANDHI VS ARVIND KEJRIWAL

राहुल गांधी ने केजरीवाल पर हमला करने के तुरंत बाद ही प्रधानमंत्री मोदी का नाम लिया, समझिए इसके राजनीतिक मायने...

राहुल गांधी पर केजरीवाल का जवाब सिमटा हुआ क्यों
राहुल गांधी पर केजरीवाल का जवाब सिमटा हुआ क्यों (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 14, 2025, 6:54 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में पहली बार कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को सीलमपुर में एक जनसभा की. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर भी हमला किया. हालांकि, केजरीवाल की तरफ से इस पर कोई खास पलटवार नहीं किया गया. आखिर इसके राजनीतिक मायने क्या है? इस पर ईटीवी भारत ने वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक मनोज झा से बात की.

राजनीतिक विश्लेषक मनोज झा ने बताया कि दिल्ली की सत्ता में आम आदमी पार्टी कांग्रेस की जमीन छीनकर काबिज हुई है. चुनावी जनसभा में राहुल गांधी का हमला बहुत तेज नहीं था. इससे जाहिर है कांग्रेस इंडिया गठबंधन के अन्य राजनीतिक पार्टियों का दबाव मान रही है. केजरीवाल पर राहुल गांधी ने हमला करने के तुरंत बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिया. अन्य क्या मायने हैं जानने के लिए पढ़े ये रिपोर्ट....

राहुल गांधी पर केजरीवाल का जवाब सिमटा हुआ क्यों (etv bharat)

वरिष्ठ पत्रकार व राजनीतिक विश्लेषक मनोज झा का कहना है कि " रैली में राहुल गांधी का टोन उत्साहजनक नहीं था, जिसकी उम्मीद कार्यकर्ताओं को थी. दिल्ली में केजरीवाल कमजोर होंगे तभी कांग्रेस की खोई हुई जमीन वापस होगी. इसका मतलब ये है कि इंडिया गठबंधन का दबाव काम कर गया है. इंडिया गठबंधन के नेता दिल्ली चुनाव में कांग्रेस को आम आदमी पार्टी के प्रति चुनाव न लड़ने या नरम रुख रखने का दबाव बना रहे हैं. यही वजह है कि राहुल गांधी ने केजरीवाल के ऊपर बहुत ही हल्का अटैक किया.

''भ्रष्टाचार हटाने के मुद्दे पर शीला दीक्षित पर हमला कर केजरीवाल सत्ता में आए थे. राहुल गांधी को भ्रष्टाचार को लेकर शराब घोटाले पर केजरीवाल को घेरना चाहिए था. राहुल गांधी ने केजरीवाल पर हमले के बाद हर बार मोदी का नाम लिया. इससे उनका हमला केजरीवाल को लेकर कम हो गया. भाजपा 34 से 36 प्रतिशत वोट पर कायम है. राहुल के हमले से भाजपा का वोट कम नहीं हो सकता है. उन्हें आम आदमी पार्टी पर हमला बोलना था. राहुल का रवैया केजरीवाल के प्रति नरम था. राहुल गांधी की रैली से पता चल गया है कि कांग्रेस ने हथियार डाल दिए हैं, बहुत मजबूती से कांग्रेस चुनाव नहीं लड़ने जा रही है."-राजनीतिक विश्लेषक, मनोज झा

राहुल गांधी को केजरीवाल का जबाव: राहुल गांधी के आरोपों के बाद अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर पोस्ट डालकर लिखा; ''सोमवार को राहुल गांधी जी दिल्ली आए. उन्होंने मुझे बहुत गालियां दी. पर मैं उनके बयानों पर कोई टिप्पणी नहीं करुंगा. उनकी लड़ाई कांग्रेस बचाने की है, मेरी लड़ाई देश बचाने की है.'' हालांकि, इसके बाद भाजपा नेता अमित मालवीय ने केजरीवाल के पोस्ट पर लिखा " देश की चिंता बाद में करना, अभी नई दिल्ली की सीट बचा लो."

"क्या बात है…मैंने राहुल गांधी पर एक ही लाइन बोली और जवाब बीजेपी वालों से आ रहा है. बीजेपी को देखिए कितनी तकलीफ़ हो रही है. शायद दिल्ली का ये चुनाव कांग्रेस और बीजेपी के बीच सालों से पर्दे के पीछे चल रही जुगलबंदी पर से पर्दा हटा देगा."- अमित मालवीय के पोस्ट पर केजरीवाल का जबाव

पर्दे के पीछे भाजपा-कांग्रेस का गठबंधन: मंगलवार को आम आदमी पार्टी मुख्यालय पर अरविंद केजरीवाल ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि राहुल गांधी पर हमने कहा कि हम कुछ नहीं कहेंगे, इसका जवाब कांग्रेस से नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता की तरफ से आया. कांग्रेस और भाजपा मिलकर दिल्ली वालों के खिलाफ और आम आदमी पार्टी वालों के खिलाफ यह चुनाव लड़ रही है. पर्दे के पीछे का जो गठबंधन था वह दिल्ली चुनाव में पर्दा उठ गया है.

ये भी पढ़ें:

  1. राहुल गांधी की जनसभा से युवाओं में उत्साह, कहा- दिल्ली में अब बदलाव चाहिए
  2. दिल्ली चुनाव में ओवैसी की पार्टी के प्रत्याशी ताहिर हुसैन और शिफ़ाउरहमान का इस पार्टी ने किया समर्थन
  3. बीजेपी ने दिल्ली में रोहिंग्याओं को बसाया, केंद्रीय मंत्री ने स्वीकारा'; संजय सिंह का बड़ा आरोप
  4. दिल्ली के छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस के कई स्थानीय नेता AAP में शामिल

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में पहली बार कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को सीलमपुर में एक जनसभा की. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर भी हमला किया. हालांकि, केजरीवाल की तरफ से इस पर कोई खास पलटवार नहीं किया गया. आखिर इसके राजनीतिक मायने क्या है? इस पर ईटीवी भारत ने वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक मनोज झा से बात की.

राजनीतिक विश्लेषक मनोज झा ने बताया कि दिल्ली की सत्ता में आम आदमी पार्टी कांग्रेस की जमीन छीनकर काबिज हुई है. चुनावी जनसभा में राहुल गांधी का हमला बहुत तेज नहीं था. इससे जाहिर है कांग्रेस इंडिया गठबंधन के अन्य राजनीतिक पार्टियों का दबाव मान रही है. केजरीवाल पर राहुल गांधी ने हमला करने के तुरंत बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिया. अन्य क्या मायने हैं जानने के लिए पढ़े ये रिपोर्ट....

राहुल गांधी पर केजरीवाल का जवाब सिमटा हुआ क्यों (etv bharat)

वरिष्ठ पत्रकार व राजनीतिक विश्लेषक मनोज झा का कहना है कि " रैली में राहुल गांधी का टोन उत्साहजनक नहीं था, जिसकी उम्मीद कार्यकर्ताओं को थी. दिल्ली में केजरीवाल कमजोर होंगे तभी कांग्रेस की खोई हुई जमीन वापस होगी. इसका मतलब ये है कि इंडिया गठबंधन का दबाव काम कर गया है. इंडिया गठबंधन के नेता दिल्ली चुनाव में कांग्रेस को आम आदमी पार्टी के प्रति चुनाव न लड़ने या नरम रुख रखने का दबाव बना रहे हैं. यही वजह है कि राहुल गांधी ने केजरीवाल के ऊपर बहुत ही हल्का अटैक किया.

''भ्रष्टाचार हटाने के मुद्दे पर शीला दीक्षित पर हमला कर केजरीवाल सत्ता में आए थे. राहुल गांधी को भ्रष्टाचार को लेकर शराब घोटाले पर केजरीवाल को घेरना चाहिए था. राहुल गांधी ने केजरीवाल पर हमले के बाद हर बार मोदी का नाम लिया. इससे उनका हमला केजरीवाल को लेकर कम हो गया. भाजपा 34 से 36 प्रतिशत वोट पर कायम है. राहुल के हमले से भाजपा का वोट कम नहीं हो सकता है. उन्हें आम आदमी पार्टी पर हमला बोलना था. राहुल का रवैया केजरीवाल के प्रति नरम था. राहुल गांधी की रैली से पता चल गया है कि कांग्रेस ने हथियार डाल दिए हैं, बहुत मजबूती से कांग्रेस चुनाव नहीं लड़ने जा रही है."-राजनीतिक विश्लेषक, मनोज झा

राहुल गांधी को केजरीवाल का जबाव: राहुल गांधी के आरोपों के बाद अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर पोस्ट डालकर लिखा; ''सोमवार को राहुल गांधी जी दिल्ली आए. उन्होंने मुझे बहुत गालियां दी. पर मैं उनके बयानों पर कोई टिप्पणी नहीं करुंगा. उनकी लड़ाई कांग्रेस बचाने की है, मेरी लड़ाई देश बचाने की है.'' हालांकि, इसके बाद भाजपा नेता अमित मालवीय ने केजरीवाल के पोस्ट पर लिखा " देश की चिंता बाद में करना, अभी नई दिल्ली की सीट बचा लो."

"क्या बात है…मैंने राहुल गांधी पर एक ही लाइन बोली और जवाब बीजेपी वालों से आ रहा है. बीजेपी को देखिए कितनी तकलीफ़ हो रही है. शायद दिल्ली का ये चुनाव कांग्रेस और बीजेपी के बीच सालों से पर्दे के पीछे चल रही जुगलबंदी पर से पर्दा हटा देगा."- अमित मालवीय के पोस्ट पर केजरीवाल का जबाव

पर्दे के पीछे भाजपा-कांग्रेस का गठबंधन: मंगलवार को आम आदमी पार्टी मुख्यालय पर अरविंद केजरीवाल ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि राहुल गांधी पर हमने कहा कि हम कुछ नहीं कहेंगे, इसका जवाब कांग्रेस से नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता की तरफ से आया. कांग्रेस और भाजपा मिलकर दिल्ली वालों के खिलाफ और आम आदमी पार्टी वालों के खिलाफ यह चुनाव लड़ रही है. पर्दे के पीछे का जो गठबंधन था वह दिल्ली चुनाव में पर्दा उठ गया है.

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  4. दिल्ली के छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस के कई स्थानीय नेता AAP में शामिल
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