भोपाल: मध्य प्रदेश में बीजेपी की राजनीति में आए भूकंप का एपिसेंटर इस बार बुंदेलखंड का सागर है. कांग्रेस से बीजेपी में आए मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने पूर्व मंत्री व बीजेपी विधायक भूपेन्द्र सिंह का नाम लिए बिना इशारों ही इशारों में आरोपों पर पलटवार किया है. वीडी शर्मा के खिलाफ हो रही बयानबाजी पर भी जवाब दिया है. गोविंद सिंह ने भूपेन्द्र सिंह का नाम लिए बगैर कहा कि "बीजेपी के ये विधायक क्या बीजेपी से भी बड़े हो गए. मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि सागर के बीजेपी विधायक ने जो का है वो प्रदेश के नेतृत्व से लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व तक देख रहा है."
क्यों बोले गोविंद, तो ये तो बीजेपी से भी बड़े हो गए
बीजेपी में बुंदेलखंड से पार्टी के भीतर की दरारें, अब सतह पर दिखाई देने लगी हैं. शुरुआत पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने की थी, लेकिन उसे आगे मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बढ़ाया है. गोविंद सिंह राजपूत ने बिना नाम लिए उन पर किए गए हमलों का जवाब दिया. वीडी शर्मा को लेकर बचाव में आए. गोविंद सिंह राजपूत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि "मैंने पहले भी कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी का अनुशासित कार्यकर्ता हूं. इस पर कोई टिप्पणी नहीं देना चाहता, लेकिन मैं लगातार देख रहा हूं कि सागर के एक विधायक जो टिप्पणी कर रहे हैं.
गोविंद सिंह का बयान (ETV Bharat) उन्होंने कहा कि मेरी भारतीय जनता पार्टी में ज्वाइनिंग राष्ट्रीय अधयक्ष नड्डा के बंगले पर उनके मार्गदर्शन में हुई थी. प्रदेश में जो लोग अन्य पार्टियों से आए हैं. वो शीर्ष नेतृत्व के कहने पर ही उनकी ज्वाइनिंग बीजेपी ने की है. राजपूत ने कहा कि बीजेपी में इतना अनुशासन है कि जिला बीजेपी अध्यक्ष के बारे में टिप्पणी करने में भी आदमी दो बार सोचता है.
सागर के एक विधायक मध्य प्रदेश के भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के खिलाफ टिप्पणी कर रहे हैं कि वो क्या समझे कि वो तो पांच साल पहले विद्यार्थी परिषद से भाजपा में आएं हैं. इसका मतलब ये कि वे भारतीय जनता पार्टी से ऊपर हो गए. गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि अमित शाह, जेपी नड्डा और राजनाथ सिंह भी विद्यार्थी परिषद से आए हैं. सागर के एक विधायक कहते हैं कि वीडी शर्मा जो प्रदेश अध्यक्ष हैं, वो तो पांच साल पहले ही आए हैं. उन्होंने कहा कि ये सब बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व प्रदेश नेतृत्व देख रहा है."
पहले भूपेन्द्र सिंह के इस बयान से उठा था बवाल
असल में विधानसभा के इस सत्र में शुरुआत से ही पूर्व मंत्री और विधायक भूपेन्द्र सिंह के तेवर गर्म दिखाई दे रहे थे. उन्होंने अपनी ही सरकार के खिलाफ स्कूल शिक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाया था. गुरुवार को भी भिंड में विद्युत कटौती को लेकर अपनी ही सरकार से कहा था कि "सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए." इसके पहले पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ये बयान दोहराते रहें है कि पार्टी भले कर ले लेकिन वे कांग्रेस से आए लोगों को बर्दाश्त नहीं करेंगे.
भूपेन्द्र सिंह ने प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा को लेकर भी मीडिया में बयान दिया. भूपेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने मेरी बात को गंभीरता से नहीं लिया. ये लड़ाई मेरी निजी लड़ाई नहीं है. भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि वीडी शर्मा को पार्टी में आए पांच-सात साल हुए हैं. इसके पहले तो वे भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में काम करते थे."
अपने ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम गलत बोल गए राजपूत
मंत्री गोविंद सिंह राजपूत जब मीडिया में बयान दे रहे थे तो वे अपने ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम गलत बोल गए. उन्होने जेपी नड्डा को वीडी नड्डा कहकर संबोधित किया. उन्होंने कहा कि उनके बंगले पर ही उहोंने पार्टी की सदस्यता ली थी."