शिमला:उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि हिमाचल में बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रमों को लेकर भाजपा प्रदेश सरकार पर कई तरह के आरोप लगा रही है, लेकिन अभी सरकार को केवल 15 महीने का समय हुआ है और यह समय किसी भी दल की सरकार के लिए लंबा चौड़ा समय नहीं होता, लेकिन इसके बाद भी सरकार ने छोटे से कार्यकाल में कई उपलब्धियां को हासिल किया है. हिमाचल में लोकसभा और 6 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने एक साल की उपलब्धियों और राज्यसभा चुनाव के दौरान सरकार को गिराने के लिए रचे गये षड्यंत्र को लेकर घेरना शुरू कर दिया है. यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार में उद्योग मंत्री हर्ष वर्धन चौहान ने भाजपा पर निशाना साधा. उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि हिमाचल में बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रमों को लेकर भाजपा प्रदेश सरकार पर कई तरह के आरोप लगा रही है, लेकिन अभी सरकार को केवल 15 महीने का समय हुआ है और यह समय किसी भी दल की सरकार के लिए लंबा चौड़ा समय नहीं होता, लेकिन इसके बाद भी सरकार ने छोटे से कार्यकाल में कई उपलब्धियां को हासिल किया है.
हर्षवर्धन ने कहा कि विपक्ष पूछता है कि कांग्रेस ने जनता से किए गए वादों को लेकर अभी तक क्या किया है? उन्होंने कहा कि मैं भाजपा को बताना चाहता हूं कि कांग्रेस सरकार ने चुनाव के समय जनता से किए गए अधिकतर वादों को पूरा कर लिया है. इसमें सत्ता संभालते ही सबसे पहले ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू किया गया है. जिसका लाभ 1.36 लाख सरकारी कर्मचारियों को हुआ है. उन्होंने कहा कि खराब वित्तीय हालात के बावजूद प्रदेश भर में महिलाओं को 1 अप्रैल से 1500 रुपये की पेंशन देने के चुनावी वादे को भी सरकार ने पूरा किया गया, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर दलबल के साथ चुनाव आयोग में इस योजना को रोकने की शिकायत लेकर पहुंच गए. उन्होंने कहा कि भाजपा को लग रहा है कि पार्टी अब लोकसभा और छह विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव में जीत नहीं सकती है, तभी इसी तरह के षड्यंत्र सरकार के खिलाफ रचे जा रहे हैं. लेकिन हिमाचल की जनता समझदार है वे भाजपा को इन हथकंडों का मुंह तोड़ जवाब देगी.
'सरकार गिराने का षड्यंत्र भाजपा पर ही भारी'
उद्योग मंत्री उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि कि भाजपा ने राज्यसभा चुनाव के दौरान प्रदेश की पूर्ण बहुमत वाली सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचा था, लेकिन भाजपा सरकार को अस्थिर करने में नाकाम रही. हालांकि इस दौरान इस दौरान भाजपा 6 विधायकों को लालच देकर अपने पक्ष में करने को लेकर जरूर कामयाब हुई है. भाजपा ने सभी बागियों को टिकट भी थमा दिए हैं, लेकिन ऐसा करने से भाजपा के अपने ही लोग नाराज हो गए हैं. जिसमें कई नेताओं ने तो पार्टी छोड़ने तक का ऐलान कर दिया है. ऐसे में भाजपा का रचा गया षड्यंत्र उन पर भारी पड़ गया है. उन्होंने कहा कि इन हालातों से बाहर निकालने के लिए भाजपा डैमेज कंट्रोल करने में जुटी है. लेकिन जनता में भाजपा को सबक सिखाने का मन बना लिया है.