इंदौर।कलेक्टर आशीष सिंह ने ग्रामीणों से संवाद शुरू करते उनकी समस्या व मांगें जानी. इस दौरान ग्रामीणों ने बिजली, गांव में व्याप्त गंदगी, कीचड़, खेत जाने वाले रास्ते, नलजल योजना की समस्या के साथ ही स्ट्रीट लाइट, स्कूल बिल्डिंग से संबंधित समस्याएं बताईं. कई लोगों ने आवास योजना से जुड़ी समस्या बताई. कुछ दिव्यांगजन भी कलेक्टर की चौपाल में पहुंचे. इनकी समस्या सुनकर कलेक्टर ने तत्काल मौके पर मौजूद अधिकारियों को समाधान के आदेश दिए. दिव्यांग को तीन दिन में बैटरी चालित गाड़ी देने के आदेश भी मौके पर दिए.
ग्राम चौपाल में महिलाओं ने भी अपनी समस्या रखी
चौपाल में पहली बार महिलाएं भी बड़ी संख्या में पहुंची.उन्होंने भी खुलकर अपनी समस्या बताई. कलेक्टर ने मौके पर समस्याएं हल करने के आदेश दिए. बुजुर्गों ने कहा कि हमारे गांव को जिला प्रशासन गोद ले ले तो ज्यादा अच्छा रहेगा. एक ग्रामीण ने बताया "बिजली गिरने से मेरी गाय मार गई, जो 10 लीटर दूध देती थी. अधिकारी कोई सहायता नहीं कर रहे." इस पर कलेक्टर ने तुरंत सम्बंधित अधिकारी को बुलाया और 7 दिन में सहायता राशि देने के आदेश दिए. किसान कैलास पितावली ने बताया "मैं जिंदा हूं और मुझे कागजो में मृत घोषित कर दिया गया. किसान सम्मान निधि नहीं मिल रही." इस पर कलेक्टर ने पटवारी से पूछा कि ये कैसे हुआ तो पटवारी ने बताया गांव में कैलाश नाम के दो व्यक्ति थे, एक की मृत्यु हो गई और गलती से पोर्टल पर इनकी एंट्री हो गई. कलेक्टर ने तुरंत इस संबंध में निराकरण करने के आदेश दिए.
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