'हम भी भारत सरकार से आए हैं हमें ज्ञान मत बताओ', इंदौर में अधिकारियों पर इस वजह से भड़के प्रहलाद पटेल - Prahlad Patel Anger Video - PRAHLAD PATEL ANGER VIDEO
विभिन्न विभागों में अधिकारियों के बीच कामकाज को लेकर मतभेद और संभागीय बैठक की अधूरी तैयारी पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल अधिकारियों पर भड़क गए. प्रहलाद पटेल गुरुवार को कर्मचारी राज्य बीमा निगम की संभागीय बैठक लेने के लिए इंदौर पहुंचे थे.
इंदौर में अधिकारियों पर इस वजह से भड़के प्रहलाद पटेल (Etv Bharat)
इंदौर : राज्य बीमा निगम की संभागीय बैठक में जब संभाग स्तरीय विकास कार्यों और उनसे जुड़े फैसलों पर चर्चा की बारी आई, तो राज्य बीमा निगम के अधिकारी ही आपस में विभिन्न कार्यों के प्रस्ताव को लेकर एक दूसरे का विरोध करते नजर आए. इतना ही नहीं बैठक के एजेंडे पर चर्चा के लिए जो बुकलेट प्रहलाद पटेल के समक्ष प्रस्तुत की गई थी, उसमें भी ना तो क्रम में एजेंडे लगाए गए थे और ना ही बुकलेट पर रिमार्क के लिए फ्लैग थे. इसे देख प्रहलाद पटेल को गुस्सा आ गया.
राज्य बीमा निगम की संभागीय बैठक के दौरान प्रहलाद पटेल (Etv Bharat)
ऐसे ढर्रे पर चले तो फिर ठीक नहीं होगा
बैठक के दौरान जब अधिकारी से संबंधित एजेंडे पर चर्चा की तो बुकलेट में प्रहलाद पटेल संबंधित मामले की जानकारी खोजने लगे. इसके बाद एक कर्मचारी ने बुकलेट खोलकर एजेंडा बताया. इसके बावजूद अधिकारी लगातार एजेंडे पर चर्चा करते रहे. इससे नाराज प्रहलाद पटेल को बोलना पड़ा, '' हम भी भारत सरकार से आए हैं. इसलिए हमें ज्ञान मत बताओ. दोबारा ऐसा मत करना कि फाइल में फ्लैग नहीं है, एजेंडा नंबर नहीं है. यदि कर्मचारी राज्य बीमा निगम में ऐसा ही ढर्रा चला तो फिर ठीक नहीं है.''
बैठक से संतुष्ट नहीं थे मंत्री
इसके बाद भी प्रहलाद पटेल के समकक्ष अधिकारियों ने जो प्रस्ताव प्रस्तुत किया वह स्पष्ट नहीं था. इसलिए अधिकांश मामलों पर बैठक में चर्चा ही नहीं हो पाई. विकास संबंधी जो फैसले थे उन पर सभी पक्षों और एजेंसियों की सहमति के बाद निर्णय लेने पर फैसला हुआ. हालांकि, बैठक से खुद भी प्रहलाद पटेल संतुष्ट नजर नहीं आए.
राज्य कर्मचारी निगम की संभागीय बैठक में प्रहलाद पटेल ने बताया कि जल्द ही कर्मचारी राज्य बीमा निगम के नए अस्पताल सतना, जबलपुर, मंडीदीप, पीथमपुर, रतलाम, मंदसौर और नीमच में खोले जाएंगे. उन्होंने कहा कि इंदौर में फिलहाल अस्पताल बन रहा है. इसके अलावा जहां-जहां अस्पताल से संबंधी अन्य फैसले होने है, इसका प्रस्ताव भी श्रम मंत्रालय को भेजा गया था. उन्होंने कहा कि पहले से जो अस्पताल संचालित हो रहे हैं उन्हें स्वास्थ्य सुविधाओं की दृष्टि से अपग्रेड किया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य बीमा निगम के अस्पतालों को इस प्रकार से बनाया जा रहा है कि कर्मचारियों को अपने स्वास्थ्य के लिए कहीं और रेफर होने की जरूरत ही ना पड़े.