इंदौर।अभी तक आपने महिला अपराध और दुष्कर्म की कई खबरें पढ़ी व सुनी होगी. इस बार एमपी की आर्थिक राजधानी इंदौर से झकझोर देने वाला मामला सामने आया है. इस घटना ने सभी रिश्तों को ताक पर रख दिया है. इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र में 26 अप्रैल को बोरे में बंद एक लाश मिली थी. जिसका खुलासा शुक्रवार को पुलिस ने जांच के बाद किया. पुलिस ने बताया कि बोरे में बंद युवक को उसकी ही सगी मां और पिता ने मौत के घाट उतारा है. माता और पिता के हत्या करने की वजह ने पुलिस के भी होश उड़ा दिए.
26 अप्रैल को बोरी में बंद मिली थी एक लाश
इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र की स्कीम नंबर 155 में 26 अप्रैल को नगर निगम के सफाई कर्मियों ने बोरे में बंद एक लाश मिलने की सूचना पुलिस को दी थी. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बोर को खुलवाकर देखा तो, उसमें एक युवक का शव बरामद हुआ था. जिसके पूरे शरीर पर खून फैला हुआ था और गले में ओम का एक लॉकेट बंधा हुआ मिला था. मृतक के शरीर पर अंडर गारमेंट के अलावा कोई भी कपड़ा नहीं था. इस अंधे कत्ल को सुलझाने में पुलिस को काफी मशक्कत करना पड़ी. हत्या का खुलासा करने में मृतक को बांधने के लिए काम में ली गई बोरी मुख्य कड़ी साबित हुई.
अंधे हत्याकांड का बोरी से हुआ खुलासा
इस हत्या के बारे में जानकारी देते हुए एरोड्रम थाना क्षेत्र के डीसीपी विनोद कुमार मीणा ने बताया कि '26 अप्रैल को पुलिस को बोरे में बंद एक अज्ञात शव मिला था. इसके बाद पुलिस ने गुमशुदा लोगों की खोजबीन की. जहां पुलिस को जानकारी मिली कि इस लाश को जिस बोरी में बंद किया गया है. वह जैन नमकीन नामक व्यापारी की दुकान से ली गई है. पुलिस ने जैन नमकीन से 17 अप्रैल को सप्लाई किए गए माल की जानकारी इकट्ठा की और तलाश करते हुए आरोपी तक पहुंची. मीणा ने बताया कि मृतक ईंट भट्ठे पर मजदूरी करने का काम करता था.