इंदौर :करोड़ों रुपए के तरह-तरह के घोटालों के लिए जाना जाने वाला इंदौर नगर निगम अब अपनी ब्रांडिंग करने जा रहा है. इतना ही नहीं आर्थिक संकट से जूझ रहे इंदौर नगर निगम ने 3 करोड़ 18 लाख रुपए की राशि से अपनी सोशल मीडिया और जनसंपर्क के जरिए ब्रांडिंग के फैसले को स्वीकृति दी है. इसके चलते 3 साल तक निजी एजेंसी अब नगर निगम की छवि बनाने के लिए ब्रांडिंग करेगी. शुक्रवार को इंदौर नगर निगम ने मेयर इन काउंसिल की बैठक में इस प्रस्ताव पर सहमति दे दी है.
इमेज ब्रांडिंग के अलाव विकास कार्यों पर जोर
महापौर सभा कक्ष में आयोजित मेयर इन काउंसिल की बैठक में नगर निगम की इमेज ब्रांडिंग के अलावा कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. इमेज ब्रांडिंग की जरूर के सवाल पर महपौर ने पुष्यमित्र भार्गव ने कहा, '' देश की कौनसी ऐसी संस्था है जो अपनी ब्रांडिंग नहीं करती? वो एजेंसी सभी विभागों का डाटा कलेक्शन, एनालिसिस और पीआर करेगी, जिसका उसे पैसा दिया जाएगा.''
फैसलों के मुताबिक शहर से जुड़े 29 गांव में ड्रेनेज की समस्या के निवारण के लिए 500 करोड़ रुपए की लागत से निविदा आमंत्रण को स्वीकृति दी गई. वहीं 14 करोड़ रुपए की लागत से शहर भर में सड़कों की मरम्मत व पैचवर्क किया जाएगा. इसके अलावा शहर की मल्टीलेवल पार्किंग के ऊपर रूफटॉप पर खेल गतिविधियां आयोजित करने के फैसले पर सहमति बनी.