इंदौर : नगर निगम बजट सम्मेलन में ये अजीबोगरीब घटनाक्रम देखने मिला. जब निगम परिषद हॉल में आयोजित सत्र में महापौर पुष्यमित्र भार्गव के अलावा शहर भर के पार्षद निगमव अधिकारी शामिल रहे. 3 घंटे चले बजट सम्मेलन के बाद विपक्ष के हंगामा और विरोध प्रदर्शन के बीच नगर निगम के सभापति मुन्ना लाल यादव ने महापौर पुष्यमित्र भार्गव के बजट भाषण के बाद बजट पर पक्ष और विपक्ष की बहस के पहले ही सर्व सम्मति से बजट पारित कर दिया. ये देख सभी अचरज में पड़ गए.
जब सभापति को बताई गई गलती
सभापति द्वारा घोषणा किए जाने के बाद इस गलती का एहसास नगर निगम के जन कार्य प्रभारी राजेंद्र राठौड़ को हुआ तो उन्होंने तत्काल इस बात पर आपत्ति ली. राजेंद्र राठौड़ ने सभापति मुन्ना लाल यादव को याद दिलाया कि नियम मुताबिक बजट को बहस के बाद ही पारित किया जाता है. इसके बाद सभापित ने अपनी भूल सुधार करते हुए फिर बजट सम्मेलन को सुचारू रखते हुए चर्चा के बाद ही बजट स्वीकृत होने की घोषणा की.