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बेटे संग नंगे पैर कलेक्ट्रेट पहुंची बुजुर्ग महिला, बोली-फरियाद सुनने के बजाय डांटते हैं तहसीलदार - RAJGARH JANSUNWAI UNIQUE METHOD

राजगढ़ में एक महिला अपने बेटे के साथ नंगे पैर जनसुनवाई में पहुंची. जमीन के रास्ते को लेकर कलेक्टर को फरियाद सुनाई.

woman arrived at public hearing barefoot
जनसुनवाई में नंगे पैर पहुंची महिला (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Nov 27, 2024, 5:24 PM IST

राजगढ़: जिला मुख्यालय में मंगलवार को आयोजित होने वाली जनसुनवाई में एक महिला अपने बेटे के साथ नंगे पैर कलेक्ट्रेट पहुंची. कलेक्टर से हुई मुलाकात के बाद महिला की परेशानी खत्म हो गई. साथ ही उसे विश्वास दिलाया गया कि, यदि उसकी समस्या का समाधान नहीं होगा तो अगली बार होने वाली जनसुनवाई में कलेक्टर स्वयं इन्वॉल्व होंगे और उसे न्याय दिलाया जाएगा.

जमीन के रास्ते को लेकर दबंग कर रहा परेशान
दरअसल यह पूरा मामला, राजगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित खुजनेर नगर का है. जहां निवास करने वाली बरकत बी अपने बेटे अब्दुल जलील के साथ अपनी जमीन के दस्तावेज और नक्शा लेकर राजगढ़ कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा के समक्ष हाजिर हुईं. उन्होंने आरोप लगाया कि, ''उनकी खरीदी हुई जमीन पर रास्ते को लेकर खुजनेर निवासी राहुल शर्मा तहसील में केस लगाकर उन्हें परेशान कर रहा है. जबकि रास्ता उनकी जमीन से नहीं निकला है. लेकिन हमारी जमीन से रास्ता लेने के लिए हमें तहसील से नोटिस भिजवाए जा रहे हैं.''

पीड़ित परिवार ने कलेक्टर से मांगा न्याय (ETV Bharat)

तहसील में बुलाकर डांटते हैं तहसीलदार
पीड़ितों ने आरोप लगाए कि, ''तहसीलदार नित्यानंद पांडे, पटवारी और आरआई हम पर दबाव बना रहे हैं. दबंगों के कहने पर तहसीलदार हमें तहसील में बुलाकर डांटते हैं. हमने कलेक्टर साहब को जमीन का पूरा नक्शा और कागजात दिखाए हैं.'' उनकी फरियाद सुनते ही कलेक्टर ने खुजनेर तहसीलदार से फोन पर बात की और मौका मुआयना करने के पश्चात संबंधित पीड़ित की समस्या हल करने के निर्देश दिए. साथ ही यह भी कहा कि, यदि इस सप्ताह में निराकरण नहीं होता है तो अगली जनसुनवाई में दोबारा आना.

क्या बोले तहसीलदार
इस मामले को लेकर ईटीवी भारत ने खुजनेर तहसील में पदस्थ अधिकारी आदर्श शर्मा से फोन पर बात की तो उन्होंने कहा कि, ''जनसुनवाई में ये लोग गए थे, ये मेरे एरिया का मामला नहीं है. नित्यानंद पांडे उस एरिया के तहसीलदार हैं. तहसीलदार पेशी करने उज्जैन गए हैं. मामला मेरे संज्ञान में नहीं है. पैरालिसिस होने के चलते में 7 महीने से छुट्टी पर था.'' लेकिन पीड़ित ने जब उक्त अधिकारी आदर्श शर्मा से कलेक्टर के निर्देश का हवाला देकर फोन पर बात की तो संबंधित अधिकारी ने पीड़ित अब्दुल जलील से कहा कि, ''हां मेरे पास कलेक्टर साहब का फोन आया था, लेकिन मेरे मामाजी शांत हो गए हैं, मैं कुछ देर से तहसील आऊंगा.'' जिसकी रिकॉर्डिंग भी पीड़ित ने उपलब्ध कराई है.

तहसीलदार ने आरोपों को बताया निराधर
मामले में संबंधित तहसील के तहसीलदार नित्यानंद पांडे ने बताया कि, ''संबंधितों का मामला मैं तहसील कोर्ट में फाइल देखकर ही बता पाउंगा.'' वहीं पीड़ितों के द्वारा ऑफिस में बुलाकर डांटने के आरोप पर उन्होंने कहा कि, ''आरोप तो कोई भी लगा सकता है, इसमें मैं क्या कर सकता हूं.''

राजगढ़: जिला मुख्यालय में मंगलवार को आयोजित होने वाली जनसुनवाई में एक महिला अपने बेटे के साथ नंगे पैर कलेक्ट्रेट पहुंची. कलेक्टर से हुई मुलाकात के बाद महिला की परेशानी खत्म हो गई. साथ ही उसे विश्वास दिलाया गया कि, यदि उसकी समस्या का समाधान नहीं होगा तो अगली बार होने वाली जनसुनवाई में कलेक्टर स्वयं इन्वॉल्व होंगे और उसे न्याय दिलाया जाएगा.

जमीन के रास्ते को लेकर दबंग कर रहा परेशान
दरअसल यह पूरा मामला, राजगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित खुजनेर नगर का है. जहां निवास करने वाली बरकत बी अपने बेटे अब्दुल जलील के साथ अपनी जमीन के दस्तावेज और नक्शा लेकर राजगढ़ कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा के समक्ष हाजिर हुईं. उन्होंने आरोप लगाया कि, ''उनकी खरीदी हुई जमीन पर रास्ते को लेकर खुजनेर निवासी राहुल शर्मा तहसील में केस लगाकर उन्हें परेशान कर रहा है. जबकि रास्ता उनकी जमीन से नहीं निकला है. लेकिन हमारी जमीन से रास्ता लेने के लिए हमें तहसील से नोटिस भिजवाए जा रहे हैं.''

पीड़ित परिवार ने कलेक्टर से मांगा न्याय (ETV Bharat)

तहसील में बुलाकर डांटते हैं तहसीलदार
पीड़ितों ने आरोप लगाए कि, ''तहसीलदार नित्यानंद पांडे, पटवारी और आरआई हम पर दबाव बना रहे हैं. दबंगों के कहने पर तहसीलदार हमें तहसील में बुलाकर डांटते हैं. हमने कलेक्टर साहब को जमीन का पूरा नक्शा और कागजात दिखाए हैं.'' उनकी फरियाद सुनते ही कलेक्टर ने खुजनेर तहसीलदार से फोन पर बात की और मौका मुआयना करने के पश्चात संबंधित पीड़ित की समस्या हल करने के निर्देश दिए. साथ ही यह भी कहा कि, यदि इस सप्ताह में निराकरण नहीं होता है तो अगली जनसुनवाई में दोबारा आना.

क्या बोले तहसीलदार
इस मामले को लेकर ईटीवी भारत ने खुजनेर तहसील में पदस्थ अधिकारी आदर्श शर्मा से फोन पर बात की तो उन्होंने कहा कि, ''जनसुनवाई में ये लोग गए थे, ये मेरे एरिया का मामला नहीं है. नित्यानंद पांडे उस एरिया के तहसीलदार हैं. तहसीलदार पेशी करने उज्जैन गए हैं. मामला मेरे संज्ञान में नहीं है. पैरालिसिस होने के चलते में 7 महीने से छुट्टी पर था.'' लेकिन पीड़ित ने जब उक्त अधिकारी आदर्श शर्मा से कलेक्टर के निर्देश का हवाला देकर फोन पर बात की तो संबंधित अधिकारी ने पीड़ित अब्दुल जलील से कहा कि, ''हां मेरे पास कलेक्टर साहब का फोन आया था, लेकिन मेरे मामाजी शांत हो गए हैं, मैं कुछ देर से तहसील आऊंगा.'' जिसकी रिकॉर्डिंग भी पीड़ित ने उपलब्ध कराई है.

तहसीलदार ने आरोपों को बताया निराधर
मामले में संबंधित तहसील के तहसीलदार नित्यानंद पांडे ने बताया कि, ''संबंधितों का मामला मैं तहसील कोर्ट में फाइल देखकर ही बता पाउंगा.'' वहीं पीड़ितों के द्वारा ऑफिस में बुलाकर डांटने के आरोप पर उन्होंने कहा कि, ''आरोप तो कोई भी लगा सकता है, इसमें मैं क्या कर सकता हूं.''

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