छतरपुर: जिले के हरपालपुर में एक राजपूत परिवार ने अपनी बहू हिमांशी की विदाई को यादगार बनाने के लिए अनूठा तरीका अपनाया. उन्होंने बहू को हेलीकॉप्टर से ससुराल लाने का फैसला किया. जिससे यह विदाई किसी फिल्मी सीन जैसी नजर आई. दुल्हन के ससुर ने कहा है कि वह हमारी बहू नहीं, बेटी है. बेटी को हेलीकॉप्टर से लाना मेरे लिए सम्मान की बात है. हेलीपैड के पास पुलिस की भी तैनाती की गई थी.
विदाई का भावुक और यादगार पल
पारंपरिक रीति-रिवाजों से हटकर कुछ नया और खास करने के फैसले ने हिमांशी की विदाई को यादगार बना दिया. जब हिमांशी की विदाई हुई, तो उसके चेहरे पर खुशी और आंसू दोनों झलक रहे थे, क्योंकि इस विदाई में एक विशेष भावना और स्नेह था. यह विदाई न केवल उसके लिए, बल्कि पूरे परिवार के लिए भावुक क्षण था. परिवार ने यह तय किया था कि बहू का स्वागत भी उसी आदर और प्रेम के साथ होगा, जितना वे अपनी बेटी के साथ करते हैं.
- खरगोन में दूल्हा-दुल्हन ने ली संविधान की शपथ, बाबासाहेब की प्रतिमा को साक्षी बना लिए सात फेरे
- आज देश में ऐतिहासिक शादी, राष्ट्रपति भवन में अवनीश की दुल्हन बनेंगी शिवपुरी की पूनम गुप्ता
हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई
दरअसल, छतरपुर के हरपालपुर के रहने वाले वेदांत राजपूत की शादी उत्तर प्रदेश के हमीरपुर की रहने वाली हिमांशी से हुई. बारात 17 फरवरी को हमीरपुर गई थी, 18 फरवरी को वर पक्ष बहू को हेलिकॉप्टर से विदा कराके छतरपुर लाया. दूल्हे के दादा हरदयाल राजपूत ने कहा, "हिमांशी मेरी बहू भी है और बेटी भी. रिश्तों को प्यार और सम्मान देने से रिश्तों में मजबूती आती है." इस दौरान हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी कई गई.