इंदौर: आर्थिक संकट से जूझते इंदौर नगर निगम के लिए स्वच्छता अभियान हमेशा से ही फायदे का सौदा साबित हुआ है. एक बार फिर स्वच्छता सर्वेक्षण के पहले इंदौर में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है. इसको लेकर नगर निगम ने उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाकर लाखों रुपए की कमाई की है. इस बार त्योहारी सीजन में किए गए जुर्माने में नगर निगम को 39 लाख रुपए से ज्यादा का राजस्व प्राप्त हुआ है.
स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी में जुटा है इंदौर
दरअसल, इंदौर नगर निगम स्वच्छता सर्वेक्षण में 8वीं बार भी नंबर वन आने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. यही वजह है कि नगर निगम प्रशासन ने अक्टूबर के महीने में नियमों का उल्लंघन करने वालों से लगभग 39 लाख रुपए का जुर्माना वसूल किया है. खुले में शौच से मुक्त हो चुके इंदौर शहर में एक बार फिर खुले में शौच करने की आदत होने लगी है, जिसके फलस्वरूप खुले में शौच करने वाले नागरिकों पर 18 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है.
जानकारी देते हुए इंदौर नगर निगम के अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा (ETV Bharat) करीब एक महीने में वसूला 39 लाख का जुर्माना
निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने बताया, ''सारे शहर में स्वच्छता को पूर्ववत स्थिति में लाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. स्वच्छता कोई सरकारी काम नहीं है, बल्कि इंदौर के हर नागरिक की जिम्मेदारी है. पिछला अक्टूबर का महीना त्योहार का महीना था. इस महीने में वर्ष का सबसे बड़ा त्योहार दीपावली भी था. इस दीपावली के त्योहार की बेला में नगर निगम के द्वारा लगातार कार्रवाई की गई है. स्वच्छता के नियमों का उल्लंघन करने पर नागरिकों के चालान बनाकर उनसे जुर्माने के रूप में लगभग 39 लाख रुपए वसूल किए गए हैं.''
गंदगी फैलाने पर किए जा रहे हैं चालान
निगम आयुक्त ने आगे कहा, ''यह जुर्माना केवल एक चेतावनी नहीं है, बल्कि शहर के नागरिकों को संदेश है कि इंदौर की सफाई का जिम्मा हमारा है. स्वच्छता टीम हर दिन सुबह जल्दी सड़क पर निकलकर स्वच्छता की स्थिति का जायजा लेती है. उसके साथ ही रात के समय में भी स्वच्छता बरकरार रखने के लिए काम किया जा रहा है.'' अब इंदौर के बाहर से आने वाली बसों पर गंदगी फैलाने पर निगम द्वारा चालानी कार्रवाई की जा रही है.
रोजाना 3 लाख किए जा रहे हैं चालान
विजयनगर क्षेत्र में बस यात्रियों के द्वारा गंदगी फैलाने पर गुरुवार देर रात 2 बसों के संचालक पर 5-5 हजार रुपए की चालानी कार्रवाई की गई. उन्हें हिदायत दी गई कि बस के अंदर अनिवार्य रूप से दो डस्टबिन रखें, ताकि यात्री बस के बाहर गंदगी ना फैलाएं. अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा ने कहा, ''जो भी लोग गंदगी फैला रहे हैं, उन पर स्पॉट फाइन की कार्रवाई की जा रही है. रोजाना ढाई से 3 लाख स्पॉट फाइन की कार्रवाई की जाती है. इसमें कुछ लोग वह भी शामिल हैं, जो सब्जी के ठेले लगाते हैं और वहीं पर गंदगी करते हैं. कुछ ऐसी दुकानें भी हैं, जो अपने दुकानों के सामने गंदगी करते हैं. तमाम चीजों को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है.''
अक्टूबर माह में कलेक्ट किया गया जुर्माना
- खुले में शौच: कुल फाइन ₹18,14,900
- कचरा फैलाना: कुल फाइन ₹11,53,330
- ओपन यूरिनेशन: कुल फाइन ₹4,05,700
- पब्लिक प्लेस में थूकना: कुल फाइन ₹14,000
- गलत तरीके से कचरा फेंकना: कुल फाइन ₹13,850
- अन्य उल्लंघन: कुल फाइन ₹5,10,100