श्योपुर: मध्य प्रदेश के श्योपुर में स्थित कूनो नेशनल पार्क में चीतों की पुनरुत्थान योजना के तहत विदेश से जीते लाए गए थे. धीरे-धीरे इन चीतों का कुनबा तो बढ़ा लेकिन अब इस प्रोजेक्ट को ग्रहण लगता नजर आ रहा है. हाल ही में 22 नवंबर को कूनो में मादा चीता निर्वा ने 4 शावकों को जन्म दिया और दो दिन बाद इसकी पुष्टि हो सकी, लेकिन बुधवार को एक बार फिर कूनो से बुरी खबर आई. बताया जा रहा है कि चीता निर्वा के दो शावकों के शव क्षत-विक्षत स्थिति में मिले हैं.
शावकों के जन्म की मुख्यमंत्री ने दी थी जानकारी
मादा चीता निर्वा को लेकर शुरुआत से ही नेशनल पार्क प्रबंधन संशय की स्थिति बनाए हुए है, क्योंकि इन शावकों के जन्म को लेकर भी उन्होंने प्रबंधन द्वारा काफी समय तक जानकारी उपलब्ध नहीं कराई थी. 22 नवंबर तक प्रबंधन द्वारा लगातार चीतों की संख्या 24 बताई जा रही थी, जिनमें 12 शावक और 12 वयस्क चीते थे. जबकि खुद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 25 नवंबर को इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर देते हुए खुशी जाहिर की थी, कि निर्वा चीता ने 4 शावकों को जन्म दिया है. जिसके बाद यह संख्या 28 पहुंच गई थी.
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प्रबंधन चुप, अब तक 13 चीतों की मौत
हालांकि बुधवार को 2 शावकों की मौत की खबर सामने आई है. इस घटना को लेकर जब ETV भारत ने डीएफओ आर तिरुकुरल से संपर्क किया, तो उनसे किसी तरह का संपर्क नहीं हो सका है. बता दें कि दो साल पहले चीता प्रॉजेक्ट के तहत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 20 चीतों को लाया गया था. जिसमें से अब तक 8 व्यस्क और 5 शावकों की मौत हो चुकी है. कथित सूचना के अनुसार दो शावकों की मौत हुई है तो कूनो में मरने वाले चीतों की संख्या 13 से बढ़कर 15 हो जाएगी. जिसमें 8 व्यस्क और 7 शावक होंगे. वहीं दो शावकों की मौत के बाद अब कूनो में चीतों की संख्या 28 से घटकर 26 हो गई है.