इंदौर: इंदौर से लंबी दूरी की यात्रा करने वाले या अन्य राज्यों से इंदौर की ओर यात्रा करने वाले यात्रियों को अब शहर से बाहर स्थित बस स्टैंड पर ही उतरना पड़ेगा. क्योंकि इंदौर जिला प्रशासन ने शहर के यातायात में बाधा बनने बाली लंबी दूरी की यात्री बसों की शहर में एंट्री पर रोक लगा दी है. साथ ही भीड़भाड़ वाले बाजारों में दो पहिया वाहनों के लिए मैकेनाइज्ड पार्किंग बनाने का फैसला किया है.
जाम से निजात दिलाने के लिए प्रशासन ने चलाई मुहिम
बता दें कि शहर में कई टूर व यात्री बसों के ट्रेवल्स ऑफिस शहर के व्यस्ततम मार्गों पर संचालित किया जा रहे थे. यहीं से बसों को भरने, सवारियों के बैठने की बुकिंग व बस स्टैंड जैसी व्यवस्थाएं संचालित की जाती थी. इसके चलते आए दिन शहर की प्रमुख सड़कों पर जाम व दुर्घटनाओं की स्थिति बनी रहती थी. लिहाजा इंदौर जिला प्रशासन ने लंबी दूरी की यात्री बसों को शहर से बाहर करने के लिए मुहिम चलाई थी.
7 ट्रेवल्स एंजेसियों के ऑफिस को किया सील
इस मुहिम के तहत शहर के बीच से बसें संचालित करने वाले 7 ट्रेवल्स एंजेसियों के ऑफिस को सील किया गया और 6 बसें भी जब्त की गई. इस कार्रवाई के बाद ट्रैवल एजेंसियों के संचालकों ने 8 अगस्त को बसों को शहर से बाहर करने के लिए 3 दिन का समय मांगा था. लिहाजा मोहलत की अवधि भी आज खत्म हो गई है. इंदौर जिला प्रशासन ने लंबी दूरी की बसों को शहर के पूर्वी क्षेत्र में इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा हाल ही में तैयार किए गए नायता मुंडला बस स्टैंड से संचालित करने के निर्देश दिए हैं.
नायता मुंडला बस स्टैण्ड से चलेंगी लंबी दूरी की बसें
इस मामले को लेकर आज यानि सोमवार को आयोजित की गई टीएल बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि "एआईसीटीएसएल द्वारा संचालित लम्बी दूरी की बसों का संचालन नायता मुंडला बस स्टैण्ड से किया जाएगा. साथ ही भीड़भाड़ वाले बाजारों में दो पहिया वाहनों के लिए मैकेनाइज्ड पार्किंग बनाई जाएगी. वहीं इंदौर शहर में सड़कों पर लगने वाली सब्जी मंडियों को भी वैकल्पिक स्थान पर संचालित करने की कार्य योजना तैयार की जाएगी.