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मंदसौर में मावठे की बारिश, मंडी में रखा करोड़ों का लहसुन भीगा, व्यापारियों ने लेने से किया इंकार - MANDSAUR MAWTHA RAIN

मंदसौर में बारिश के चलते मंडी में खुले में रखा लहसुन भीग गया. जिसके बाद व्यापारियों ने किसानों का लहसुन लेने से इंकार कर दिया.

Garlic damage in mandi mandsaur
मंदसौर में बारिश से लहसुन बर्बाद (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 15 hours ago

Updated : 15 hours ago

मंदसौर: शुक्रवार के दिन मध्य प्रदेश के मालवा इलाके में मौसम में अचानक करवट ली और दोपहर बाद मंदसौर में तेज बारिश हुई. तेज बारिश के कारण यहां कृषि उपज मंडी में अपना माल बेचने आए किसानों की ऊपज भी गीली हो गई. लहसुन की बिक्री के मामले में प्रदेश ही नहीं देश की सबसे बड़ी मानी जाने वाली मंदसौर कृषि उपज मंडी में अब यहां देश के कई किसान अपना माल बेचने आते हैं.

किसानों ने खुले में रखा लहसुन, बारिश में भीगा
मंडी में माल को व्यवस्थित क्षेत्र में खाली करवाने की कोई व्यवस्था नहीं होने के चलते किसानों ने अपने माल को ओपन मैदान में ही खाली कर दिया. दोपहर बाद जब तेज बारिश हुई तो उनकी उपज पानी में तैरने लगी. बता दें कि, इन दिनों लहसुन के दाम सातवें आसमान पर है. खास बात यह है कि करीब 5 साल बाद किसानों को इस उपज के अच्छे दाम मिल रहे हैं.

मंडी में रखा करोड़ों का लहसुन भीगा (ETV Bharat)

मंडी में आज किसानों के लहसुन के दाम 12000 रुपये प्रति क्विंटल से लेकर 30,000 प्रति क्विंटल तक बोले गए. दोपहर से पहले मंडी में कई किसानों का माल बिक गया था. लेकिन तेज बारिश के बाद किसानों की फसल भीग गई, तो व्यापारियों ने उसे लेने से ही इनकार कर दिया.

व्यापारियों ने किया लहसुन खरीदने से इंकार
रतलाम जिले से आए किसान तेजपाल पाटीदार ने बताया कि, ''इस मंडी में लहसुन के दाम ऊंचे मिलने के कारण वे मंदसौर की कृषि उपज मंडी में अपना माल बेचने आए थे. सुबह ही उन्होंने मंडी के गार्ड की मौजूदगी के अपनी उपज खाली करवा दी. दोपहर बाद जब तेज बारिश हुई तो फसल भीग गई. 25000 प्रति क्विंटल के भाव से बिकने वाला लहसुन के गीले होने के बाद व्यापारियों ने उसे खरीदने से इनकार कर दिया.

अनाउंसमेंट के बावजूद नहीं मान रहे किसान
मंडी के प्रभारी सचिव जगदीश भामर ने बताया कि, ''हम मौसम के बदलने की जानकारी अनाउंसमेंट कर किसानों को दे रहे हैं. लेकिन किसान जबरदस्ती ही ओपन एरिया में माल को खाली कर रहे हैं.''

मंदसौर: शुक्रवार के दिन मध्य प्रदेश के मालवा इलाके में मौसम में अचानक करवट ली और दोपहर बाद मंदसौर में तेज बारिश हुई. तेज बारिश के कारण यहां कृषि उपज मंडी में अपना माल बेचने आए किसानों की ऊपज भी गीली हो गई. लहसुन की बिक्री के मामले में प्रदेश ही नहीं देश की सबसे बड़ी मानी जाने वाली मंदसौर कृषि उपज मंडी में अब यहां देश के कई किसान अपना माल बेचने आते हैं.

किसानों ने खुले में रखा लहसुन, बारिश में भीगा
मंडी में माल को व्यवस्थित क्षेत्र में खाली करवाने की कोई व्यवस्था नहीं होने के चलते किसानों ने अपने माल को ओपन मैदान में ही खाली कर दिया. दोपहर बाद जब तेज बारिश हुई तो उनकी उपज पानी में तैरने लगी. बता दें कि, इन दिनों लहसुन के दाम सातवें आसमान पर है. खास बात यह है कि करीब 5 साल बाद किसानों को इस उपज के अच्छे दाम मिल रहे हैं.

मंडी में रखा करोड़ों का लहसुन भीगा (ETV Bharat)

मंडी में आज किसानों के लहसुन के दाम 12000 रुपये प्रति क्विंटल से लेकर 30,000 प्रति क्विंटल तक बोले गए. दोपहर से पहले मंडी में कई किसानों का माल बिक गया था. लेकिन तेज बारिश के बाद किसानों की फसल भीग गई, तो व्यापारियों ने उसे लेने से ही इनकार कर दिया.

व्यापारियों ने किया लहसुन खरीदने से इंकार
रतलाम जिले से आए किसान तेजपाल पाटीदार ने बताया कि, ''इस मंडी में लहसुन के दाम ऊंचे मिलने के कारण वे मंदसौर की कृषि उपज मंडी में अपना माल बेचने आए थे. सुबह ही उन्होंने मंडी के गार्ड की मौजूदगी के अपनी उपज खाली करवा दी. दोपहर बाद जब तेज बारिश हुई तो फसल भीग गई. 25000 प्रति क्विंटल के भाव से बिकने वाला लहसुन के गीले होने के बाद व्यापारियों ने उसे खरीदने से इनकार कर दिया.

अनाउंसमेंट के बावजूद नहीं मान रहे किसान
मंडी के प्रभारी सचिव जगदीश भामर ने बताया कि, ''हम मौसम के बदलने की जानकारी अनाउंसमेंट कर किसानों को दे रहे हैं. लेकिन किसान जबरदस्ती ही ओपन एरिया में माल को खाली कर रहे हैं.''

Last Updated : 15 hours ago
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