इंदौर:देश के स्वच्छ शहरों को इस बार स्वच्छता के कड़े पैमानों से गुजरना होगा, शहरी विकास मंत्रालय ने 2025 के स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए नए फ्रेमवर्क तैयार किए हैं. इसमें स्वच्छता में अग्रणी रहने वाले शहरों को गोल्डन क्लब में शामिल होने की चुनौती है. अन्य शहरों को भी इस क्लब में शामिल होने का अवसर मिलेगा. दरअसल, इंदौर, सूरत और पुणे आदि कई ऐसे शहर हैं, जो स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार बाजी मार रहे हैं. इस स्थिति में उन शहरों को आगे आने का मौका नहीं मिल पा रहा, जो अच्छे प्रयासों के बावजूद हर बार स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछड़ जाते हैं.
पुरस्कार से दूर रहने वाले शहरों को अवसर
स्वच्छता में उल्लेखनीय काम करने वाले और पुरस्कार से दूर रहने वाले शहरों के लिए शहरी विकास मंत्रालय ने नए अवसर देने का फैसला किया है. हालांकि स्वच्छ शहरों के लिए स्वच्छता सर्वेक्षण के पैमाने कठोर होंगे और ऐसे शहरों को स्वच्छता की अलग गोल्डन कैटेगरी में शामिल किया जाएगा. वहीं अन्य तमाम शहर जो किसी भी जनसंख्या श्रेणी में हों, उनके लिए स्वच्छता सर्वेक्षण में आगे आने का अवसर दिया जाएगा.
शहरी विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव ने दी जानकारी
हाल ही में केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव रूपा मिश्राने गोल्डन क्लब की पुष्टि करते हुए बताया "इंदौर को इस बार गोल्डन क्लब कैटेगरी में शामिल किया जाएगा. ऐसे शहर जो 3 बार से लगातार स्वच्छता सर्वेक्षण में शीर्ष पर बने हैं, उनके लिए अलग से यह कैटेगरी बनाई जा रही है. यह कैटेगरी हर पापुलेशन वर्ग के शहरों के लिए अलग-अलग होगी. इससे नए शहरों को भी ऊपर आने का मौका मिलेगा."
इंदौर में इस बार सर्वेक्षण के लिए सॉलिड तैयारी
इंदौर एक बार फिर स्वच्छता सर्वेक्षण में पहले नंबर पर आने की कोशिशें में जुटा है. इंदौर नगर निगम ने इस बार के स्वच्छता सर्वेक्षण में कई नवाचारों को अपनाते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन का लक्ष्य रखा है. इंदौर नगर निगम द्वारा इस वर्ष के सर्वेक्षण की तैयारियों में विशेष योजनाएं बनाई गई हैं. महापौर पुष्यमित्र भार्गवके अनुसार "इनमें सरप्राइज विजिट और वार्डों के बीच प्रतियोगिताएं शामिल हैं."