इंदौर। मध्य प्रदेश के आदिवासी अंचल में रेल नेटवर्क का सपना आखिरकार अब सरकार होने जा रहा है. लंबे समय से जारी इंदौर दाहोद रेल परियोजना के साथ टीही-पीथमपुर टनल का निर्माण भी पूरा होने के बाद अब मध्य प्रदेश का आदिवासी अंचल जल्द ही रेल नेटवर्क से जुड़ जाएगा. इतना ही नहीं अब प्रदेश के पश्चिमी इलाके के आदिवासी जिले धार, झाबुआ, अलीराजपुर सीधे दाहोद गोधरा के अलावा महाराष्ट्र और गुजरात के अन्य जिलों के रेल नेटवर्क से जुड़ जाएंगे. जिससे यहां आवागमन बढ़ाने के साथ विकास और व्यापार की संभावनाएं भी तेज हो सकेंगी.
टीही-पीथमपुर टनल की खुदाई का कार्य पूरा
पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्र के मुताबिक टीही-पीथमपुर टनल की खुदाई कार्य पूरा हो चुका है जिसके फल स्वरूप इंदौर दाहोद नई रेल लाइन के निर्माण में अब तेजी आएगी. हाल ही में इस टनल की खुदाई का कार्य पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक एवं मंडल रेल प्रबंधक रजनीश कुमार की मौजूदगी में पूर्ण किया गया है.
साल भर तक 200 मजदूर 24 घंटे करते रहे काम
दरअसल, इंदौर दाहोद रेल परियोजना से जुड़ी इस टनल के 1,846 मीटर की खुदाई की गई थी, तो वहीं शेष 1,121 मीटर टनल की खुदाई का कार्य 3 जून 2023 से आरंभ करके 23 जून 2024 को पूरा किया गया. इस काम में साल भर तक 200 मजदूर 24 घंटे तक काम में जुटे रहे. इसके बाद करीब 3 किलोमीटर की यह टनल अब बनकर तैयार है.