इंदौर: सभी शासकीय स्कूल ग्राम पंचायत और अन्य तमाम विभागों में नदारद रहने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को अब समय पर ऑफिस जाकर बायोमेट्रिक अटेंडेंस लगानी होगी. ऐसा नहीं करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों का अब 1 जनवरी से वेतन निकलना मुश्किल हो जाएगा.
शासकीय कार्यालयों में 15 दिनों में बायोमेट्रिक मशीनें
दरअसल, इंदौर जिला प्रशासन ने समस्त शासकीय कार्यालयों के कर्मचारियों के लिए नए साल से बायोमेट्रिक अटेंडेंस को अनिवार्य कर दिया है. इसके लिए इंदौर जिले के सभी शासकीय स्कूलों और अस्पतालों समेत ग्राम पंचायतों में भी अगले 15 दिनों में अटेंडेंस दर्ज करने के लिए बायोमेट्रिक मशीनें लग जाएंगी. अगले जनवरी महीने से बायोमेट्रिक मशीनों के माध्यम से ही उपस्थिति मान्य होगी. इसी आधार पर सैलरी बनेगी.
बायोमेट्रिक मशीन की अटेंडेस के आधार पर मिलेगा वेतन (ETV Bharat) जनवरी 2025 से बायोमेट्रिक अटेंडेंस मान्य होगी
कलेक्टर आशीष सिंहने बताया, " कलेक्टर कार्यालय के बाद अब सभी शासकीय विभागों के कार्यालयों में अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन के माध्यम से दर्ज करने की व्यवस्था की जा रही है. इस संबंध में एक एसओपी भी जारी की गई है. अभी वर्तमान में जिले के सभी शासकीय स्कूलों, अस्पतालों और ग्राम पंचायतों में उपस्थिति दर्ज करने के लिए बायोमेट्रिक मशीनें लगाने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है. अगले 15 दिनों में सभी शासकीय स्कूलों, अस्पतालों और ग्राम पंचायतों में उपस्थिति दर्ज करने के लिए बायोमेट्रिक मशीनें लग जाएंगी.''
इसी अटेंडेंस के आधार पर मिलेगा वेतन
जनवरी 2025 से स्कूलों में सभी शिक्षकों, अन्य कर्मचारियों, अस्पतालों में डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मचारियों, ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत के कर्मचारियों, पटवारियों और अन्य ग्राम स्तर के अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन के माध्यम से ही मान्य होगी. इसी आधार पर उनका वेतन आहरित होगा. दौरा और अन्य जरूरी कार्य से बाहर जाने पर विधिवत कारण बताना होगा. इस संबंध में संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए है कि मशीन लगाने का कार्य जल्द पूरा कर लें.