पलामू: विधानसभा चुनाव से पहले इंडिया ब्लॉक में सीट शेयरिंग पेचीदा होती जा रही है. पलामू में पांच विधानसभा सीटें हैं. फिलहाल सभी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी और उसके गठबंधन में शामिल दलों के विधायक काबिज हैं. पलामू की डाल्टनगंज, पांकी और बिश्रामपुर सीट से कांग्रेस चुनाव लड़ती है, जबकि गठबंधन के तहत राष्ट्रीय जनता दल हुसैनाबाद और छतरपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ता रहा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा भी कई बार चुनाव लड़ चुका है. कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल हुसैनाबाद और बिश्रामपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने पर अड़े हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा डाल्टनगंज और हुसैनाबाद विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने पर अड़ा है. इससे इंडिया ब्लॉक के अंदर खींचतान मची हुई है.
इन सीट से लड़ते हैं कई दिग्गज चुनाव
हुसैनाबाद विधानसभा सीट से राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष संजय कुमार सिंह यादव, बिश्रामपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के पूर्व मंत्री चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे, डाल्टनगंज विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ते रहे हैं. ये सभी 2014 और 2019 के चुनाव में हार चुके हैं. कुछ दिन पहले ही पलामू के जिला परिषद उपाध्यक्ष आलोक कुमार सिंह उर्फ टूटू सिंह झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हुए हैं.
"बिश्रामपुर, हुसैनाबाद और छतरपुर विधानसभा सीट राष्ट्रीय जनता दल की परंपरागत सीट रही है और पार्टी यहां से चुनाव भी जीतती रही है. पार्टी की मजबूत दावेदारी है और कई उम्मीदवार मजबूत हैं." - धनंजय पासवान, जिला अध्यक्ष, राष्ट्रीय जनता दल
हुसैनाबाद से राजद के टिकट पर संजय कुमार सिंह यादव, झामुमो से टूटू सिंह और कांग्रेस से मो तौसिफ मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं. बिश्रामपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के ददई दुबे और राजद के नरेश सिंह चुनाव लड़ना चाहते हैं.
"हुसैनाबाद और डाल्टनगंज विधानसभा सीट पर गठबंधन के बड़े नेता फैसला लेंगे. पार्टी हर जगह चुनाव की जोरदार तैयारी कर रही है."- राजेंद्र कुमार सिन्हा, जिला अध्यक्ष, झारखंड मुक्ति मोर्चा