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ग्रेटर नोएडा: अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश, मास्टरमाइंड सहित चार गिरफ्तार, भारी मात्रा में अवैध हथियार बरामद - Illegal weapons factory exposed

Illegal weapons factory exposed: थाना ईकोटेक 3 पुलिस और नोएडा सेंट्रल की क्राइम डिडक्शन टीम ने अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश करते हुए मास्टरमाइंड सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Apr 8, 2024, 8:56 PM IST

अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा:आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए इन दिनों पुलिस अलर्ट मोड पर है. लगातार बैरियर लगाकर सघन चेकिंग की जा रही है. थाना ईकोटेक 3 पुलिस और क्राइम डिडक्शन टीम नोएडा सेंट्रल ने एक सूचना पर चौहानपुर गोल चक्कर के पास बिना नंबर प्लेट के ब्रेजा गाड़ी को पकड़ा, जिसमें चार लोi सवार थे. पुलिस ने गाड़ी की तलाशी के दौरान भारी मात्रा में अवैध हथियार और हथियार बनाने का सामान बरामद किया है. पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

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दरअसल, गौतम बुद्ध नगर में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा. डीसीपी सेंट्रल नोएडा सुनीति ने बताया कि ईकोटेक टीम पुलिस और क्रीम डिडक्शन टीम ने चौहानपुर के पास से एक संदिग्ध कार से चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है. जिसमें गाजियाबाद निवासी शाह फ़हम, सादिक, दिल्ली शाहदरा निवासी बादल और नोएडा निवासी शिवम पाल को गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुलिस ने एक बिना नंबर प्लेट की ब्रेजा कार, एक पिस्तौल, दो जिंदा कारतूस, तीन अवैध तमंचे, तीन जिंदा कारतूस, गाड़ी की डिग्गी में पांच अवैध तमंचे/पिस्टल, निर्माण के पुर्जे व औजार सहित स्लाइड लॉक 111, सेफ्टी लॉक 165, साइट 114, स्लाइड लॉक रिटेनर 100, डिलीवर ट्रिगर 30, हाऊसिंग 51, बाईस 5, वर्नियर कैलिबर 4, सिक लैंप 4, माइक्रोमीटर व 1 टूलबॉक्स सहित अन्य सामान बरामद किया है.

डीसीपी ने बताया कि आरोपी शाह फ़हम उर्फ सानू ने मैकेनिक इंजीनियरिंग में एकेजी कॉलेज गाजियाबाद से 2011 में डिप्लोमा किया. आरोपी ने अपनी पत्नी के नाम पर LEO PARD INDIA INDUSTRIES (P) LTD के नाम से पार्ट्स बनाने की फैक्ट्री खोली थी. दिखाने के नाम पर आरोपी खराद का काम करते थे. जबकि आरोपियों का मुख्य काम अवैध शस्त्र निर्माण कर कल पुर्जे तैयार करना है. जब कोई ग्राहक आरोपियों से संपर्क करता है तो एक-दो दिन का समय लेकर उसको तमंचा या पिस्टल उसकी मांग के अनुसार यह गैंग उपलब्ध करा देता है. गैंग द्वारा एक तमंचा लगभग 10 हजार रुपये में बेचा जाता है जबकि एक पिस्टल लगभग 80 हजार रुपये की बेची जाती है.

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