संभल : जिले में लगभग डेढ़ सौ साल पुराने बांके बिहारी मंदिर की संपत्ति पर अवैध कब्जा करने का मामला प्रकाश में आया है. मंदिर की संपत्ति पर अवैध कब्जे के मामले में प्रशासन की ओर से नोटिस जारी किए गए हैं. वहीं इस मामले में DM ने SDM और SOC को जांच के आदेश दिए हैं.
डेढ़ सौ साल पुराने बांके बिहारी मंदिर की संपत्ति पर अवैध कब्जा. (Video Credit; ETV Bharat) पूरा मामला चंदौसी तहसील इलाके के गणेशपुर गांव स्थित प्राचीन श्री बांके बिहारी मंदिर का है. संभल में बीते साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के बाद यहां के ऐतिहासिक स्थलों के कायाकल्प का काम चल रहा हैय तमाम तीर्थ स्थलों, कुएं और कूपों की खोदाई कराई जा रही है. वहीं अन्य ऐतिहासिक स्थलों को जोड़कर विकास की योजना बनाई जा रही है.
हालांकि, संभल में 9 ASI संरक्षित स्थल हैं, इनको भी संरक्षित करने प्रशासन काम कर रहा है. इसके अलावा चंदौसी स्थित लगभग 150 साल पुराने बांके बिहारी मंदिर को भी अस्तित्व में लाने की प्रशासन की योजना है. बीते दिनों ASI ने यहां का सर्वे किया था. बताते हैं कि बांके बिहारी मंदिर के नाम पर 120 बीघा से अधिक जमीन है, लेकिन इस मंदिर की संपत्ति पर अवैध कब्जा कर लिया गया. अब प्रशासन उन सभी संपत्तियों पर से अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में है, जो मंदिर, तालाब आदि की भूमि पर किए गए हैं. इसी कड़ी में प्रशासन बांके बिहारी मंदिर की संपत्ति की जांच कराने की बात कह रहा है.
बता दें कि बांके बिहारी मंदिर परिसर में 3 मन्दिरों के अलावा विशाल बावड़ी भी है और इसकी जमीन पर अवैध कब्जा करने की बात प्रशासन के सामने आई है. इस मामले में DM डॉ राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि चंदौसी SDM और SOC को जांच के आदेश दिए गए हैं, जबकि जिन लोगों ने अवैध कब्जा किया है उन्हें नोटिस जारी किए गए हैं.
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