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यहां मालखाने में बंद हैं सबके पालनहार! राधा-कृष्ण को नहीं मिल रहा कोई भक्त या वारिश - KRISHNA JANMASHTAMI 2024

Radha Krishna Idol In Banka Thana: आज देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है. कृष्ण भक्त धूमधाम से मुरली मनोहर का जन्मोत्सव मना रहे हैं लेकिन बांका में राधा-कृष्ण को सालों से अपने अनुयायी का इंतजार है, क्योंकि इनकी मूर्ति थाने के मालखाने में 'कैद' है.

KRISHNA JANMASHTAMI 2024
बाकां के थाने में राधा कृष्ण की मूर्ति बंद (ETV Bharat)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Aug 26, 2024, 8:49 AM IST

Updated : Aug 26, 2024, 9:39 AM IST

बांका:आज देशभर मेंजन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार द्वापर युग में भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण का जन्म कंस के बंदीगृह में हुआ था. कहते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण के जन्म लेने के बाद तुरंत बाद ही कारावास का ताला खुद-ब-खुद खुल गया और सभी पहरेदार बेसुध हो गए. मथुरा की जेल में माता देवकी की कोख से जन्म लेने के बाद भगवान श्रीकृष्ण कैद से भले ही रिहा हो गये थे और बाद में अपने मामा कंस का वध कर अपने माता-पिता को भी उसके कैद से मुक्ति दिलाई थी लेकिन बांका में सबके पालनहार आज भी कैद में बंद हैं.

आज भी कैद में राधा-कृष्ण!:पंजवारा थाने के मलखाना में पड़ी हुई भगवान श्रीकृष्ण और राधा की एक मूर्ति को पिछले छह वर्षों से श्रद्धालुओं के पूजा-अर्चना और राग-भोग की जगह कारावास की सजा भोगनी पड़ रही है. यहां पंजवारा पुलिस की कैद में पड़े राधा-कृष्ण को कारागार से बाहर आने के लिए खुद ही किसी उद्धारक की तलाश है. मनुष्यों को अपराध करने के बाद सजा के तौर पर एक निश्चित अवधि के लिए कारागार में बंद किया जाता है लेकिन यहां चोरों की करनी की सजा खुद भगवान को भुगतनी पड़ रही है. हद तो यह है कि इस कारागार से मुक्ति कब मिलेगी, इसकी कोई तय समय सीमा भी नहीं है.

चोर फरार और भगवान गिरफ्तार:असल में 1 मई 2018 को पंजवारा थाना क्षेत्र के विक्रमपुर मोड़ पर अवस्थित घुटेश्वरनाथ महादेव मंदिर के कुंए में श्री राधा-कृष्ण जी की मूर्ति फेंकी हुई मिली थी, जोकि शायद किसी मूर्ति चोर गिरोह ने पुलिस द्वारा पकड़े जाने के भय से वहां फेंक दिया और खुद फरार हो गए. कुएं में मूर्ति फेंके जाने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मूर्ति को कुएं से निकलवाकर थाने के मालखाना में लाकर बंद कर दिया. तब से लेकर आज तक भगवान श्रीकृष्ण राधारानी के साथ कारावास की सजा भुगत रहे हैं.

पंजवारा क्षेत्र में सक्रिय है मूर्ति चोर: पंजवारा थाना क्षेत्र में मूर्त्ति चोर समय-समय पर थाना क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों और ठाकुरवाड़ियों से मूर्ति चोरी की वारदात को अंजाम देकर अपनी मौजूदगी का एहसास कराते रहे हैं लेकिन पुलिस आज तक मूर्ति चोरी के किसी भी मामले का उद्भेदन नहीं कर पाई. पुलिस द्वारा चोरी के ज्यादातर मामलों में कार्रवाई के नाम पर सिर्फ प्राथमिकी दर्ज कर ली जाती है. उसके बाद मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है.

कब-कब हुई मूर्ति चोरी?:वैसे तो लगातार मूर्ति चोरी की घटनाएं सामने आती रहती हैं लेकिन कुछ घटना काफी चर्चित रही हैं. इनमें 2006 में मूर्ति चोरों ने पंजवारा ठाकुरबाड़ी और बिरनगढ़ ठाकुरबाड़ी से राम जानकी की मूर्तियां चुराई गई. 2009 में थाना क्षेत्र के चंडीडीह ठाकुरबाड़ी से राधा कृष्ण की मूर्ति चोरी हुई. वहीं, 2010 में पंजवारा स्थित गढ़ीनाथ मंदिर से पार्वती और राधा कृष्ण की मूर्ति चोरी हुई थी.

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Last Updated : Aug 26, 2024, 9:39 AM IST

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