पांच सौ रुपए से सस्ती है इंसानी जान, हत्या की असल वजह ने उड़ा दिए होश - Murder for spending five hundred
Murder for spending five hundred rupees रायगढ़ के बेंदोपानी में महिला की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है.इस केस में पुलिस ने असली आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचाया है.
पांच सौ रुपए से सस्ती है इंसानी जान (ETV Bharat Chhattisgarh)
रायगढ़ :पति पत्नी का रिश्ता विश्वास की डोर पर बंधा होता है.लेकिन कभी-कभी इस डोर पर शक की काली कटार चल जाती है. इसके बाद जीवन कहां जाता है ये कोई नहीं जानता.हम ये बात इसलिए कह रहे हैं क्योंकि रायगढ़ के एक गांव में ऐसी वारदात हुई जिसने पति पत्नी के रिश्ते से भरोसा उठाने का काम किया है.
क्या है पूरा मामला ?:दिनांक 23 मई 2024 को थाना कापू क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बेंदोपानी में रहने वाली महिला सावित्री नागेसिया की सुसाइड की खबर थाने पहुंची.तत्काल थाना प्रभारी अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे.जहां फंदे से शव को उतारकर पंचनामा किया गया.इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए शव को अस्पताल भेजा गया.
जांच में मिला क्लू : पुलिस ने जब मृतिका और उसके पति विष्णु के बीच रिश्तों की चादर उठाई तो कत्ल की असल वजह सामने आ गई.पुलिस को पता चला कि घटना से पहले पति और पत्नी में विवाद हुआ था.इसके बाद पुलिस ने गवाह जुटाएं.गवाहों के बयान लेने के बाद पुलिस ने संदेही पति से पूछताछ की,लेकिन हर बार पति अपना बयान बदलता रहा.लेकिन जब पुलिस ने सारे गवाहों के बयान और सबूत सामने रखे तो संदेही ही असली गुनाहगार निकला.
क्यों की हत्या ?: आरोपी पति ने बताया कि वो 21 मई को भरत पंडो की बारात में अंबिकापुर गया था.22 मई को जब वापस लौटा तो उसकी पत्नी ने घर में रखे 5 सौ रुपए खर्च कर दिए थे.23 मई की सुबह दोनों में फिर से पैसों को लेकर विवाद हुआ. विवाद में पहले विष्णु ने सावित्री की पिटाई की इसके बाद तकिया से मुंह दबाकर हत्या कर दी. किसी को शक ना हो इसलिए शव को फंदे से लटकाया,फिर गांव में ये बात फैला दी कि पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है.
500 रुपए के लिए ले ली जान :पत्नी को अपनी जान सिर्फ इसलिए गंवानी पड़ी क्योंकि उसने घर में रखे 500 रुपए खर्च कर दिए थे. ये बात पति को इतनी नागवार गुजरी कि उसने पत्नी की सांसें छीन ली.इसके बाद बात यही खत्म नहीं हुई.खुद के अपराध पर पर्दा डालने के लिए आरोपी ने पत्नी के शव को फंदे से लटकाकर आत्महत्या की शक्ल देने की कोशिश की.