आगरा :ताजमहल में मुगल बादशाह शाहजहां के 369वें उर्स के दूसरे दिन बुधवार दोपहर मुख्य मकबरे में मजार शरीफ पर संदल की रस्म की गई. कव्वाली भी शुरू हुई, जो देर शाम तक चलेगी. वहीं उर्स के तीसरे दिन गुरुवार को सूर्योदय से सूर्यास्त तक ताजमहल में पर्यटक और जायरीनों की फ्री एंट्री रहेगी.
गुरुवार सुबह कुरानख्वानी, फातिहा पढ़ने के बाद चादरपोशी और पंखे चढ़ेंगे. उर्स का आकर्षण का केंद्र हिन्दुस्तानी सतरंगी चादर रहेगी. शहंशाह शाहजंहा उर्स आयोजन कमेटी के अध्यक्ष इब्राहिम जैदी ने बताया कि उर्स के दूसरे दिन बुधवार दोपहर को संदल और मिलाद शरीफ की रस्में हुई. जिसमें शाहजहां और मुमताज की कब्र पर चंदन का लेप लगाया गया. बता दें कि मुगल शहंशाह शाहजहां का उर्स हर साल हिजरी कैलेंडर के रजब माह के 25, 26 और 27 तारीख को मनाया जाता है. इस वर्ष यह तारीख 6, 7 और 8 फरवरी को है, जिसमें शहंशाह शाहजहां का 367 वां उर्स मनाया जा रहा है.
शाहजहां के 369 वें उर्स पर बुधवार दोपहर दो बजे से जायरीन और पर्यटकों को फ्री इंट्री मिली. उर्स सेलीब्रेशन कमेटी समेत अन्य कमेटी और एएसआई के कर्मचारियों पहुंचे. इस दौरान हर किसी को ताजमहल में फ्री एंट्री दी गई. उर्स के दौरान पर्यटक ताज का दीदार करने के साथ ही बादशाह शाहजहां और उनकी बेगम की असली कब्र भी देखने पहुंच रहे हैं. गुरुवार सुबह कुल शरीफ के बाद कुरानख्वानी, फातिहा पढ़ा जाएगा. सुबह से शाम तक चादरपोशी, गुलपोशी और पंखे चढ़ाए जाएंगे. इसके साथ ही शाम को फोरकोर्ट में लंगर तकसीम किया जाएगा.