दुर्ग बस एक्सीडेंट कैसे हुआ, इस दिन होगा खुलासा - Durg bus accident - DURG BUS ACCIDENT
Durg Bus Accident दुर्ग बस एक्सीडेंट में 13 लोगों की असमय मौत हो गई. हादसे के बाद नींद से जागते हुए प्रशासन केडिया डिस्टलरी जाने वाली सड़क के दोनों किनारों पर बैरिकेट्स लगवा रहा है. हादसे की जांच सब डिविजनल मजिस्ट्रेट को सौंपी गई हैं. जो 30 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट देंगे.
दुर्ग:दुर्ग बस हादसे की जांच शुरू हो गई हैं. घटना की जांच अधिकारी के रूप में सब डिविजनल मजिस्ट्रेट भिलाई 3 महेश सिंह राजपूत को सौंपी गई है. जांच अधिकारी को 30 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है. जांच के दौरान यदि कोई जानकारी या सुझाव देना चाहे तो वह भी 15 दिन के अंदर जांच अधिकारी के कार्यालय में दे सकते हैं.
दुर्ग बस एक्सीडेंट स्पॉट पर अधिकारी
हादसे के बाद जागा प्रशासन: बुधवार को डिप्टी सीएम विजय शर्मा के निरीक्षण के बाद उनके निर्देशों का पालन करते हुए जिला प्रशासन ने केडिया डिस्टलरी जाने वाले खराब सड़क को बंद कर दिया है. सड़क के दोनों किनारे पोल लगाकर बैरिकेट्स से कवर किया जा रहा है. इस सड़क पर भारी वाहनों पर पूरी तरह आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया गया है.
बस ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज:साईं ट्रेवल्स नेहरू नगर की बस केडिया डिस्टलरी के कर्मचारियों को रोज लाने ले जाने का काम करती हैं. घटना के दिन भी रात 8 बजे ड्यूटी खत्म कर कर्चमारी बस में सवार होकर कुम्हारी से भिलाई जाने के निकले. इसी दौरान कुम्हारी के खदान के पास पहुंची बस की लाइट खराब हो गई. इसके बावजूद ड्राइवर गाड़ी चलाता रहा और अंधेरे का कारण बस अनियंत्रित होकर 50 फीट खाई में जा गिरी. इस एक्सीडेंट में 13 कर्मचारियों की मौत हो गई. 15 लोग घायल है. कुम्हारी थाना पुलिस ने बस चालक गुरमीत सिंह के खिलाफ धारा 279,337,304 (A) का केस दर्ज किया है. घायल बस चालक बयान के बाद ही हादसे का खुलासा हो पाएगा.
दुर्ग बस एक्सीडेंट में 13 की मौत: मंगलवार को रात 8 से 8:30 बजे की बीच कुम्हारी के महामाया पारा के खदान में केडिया डिस्टलरी के कर्मचारियों से भरी बस गिराने से 13 लोगो के मौत हो गई जबकि 15 से अधिक लोग घायल हो गए. घटना की सूचना पर स्थानीय लोगों और पुलिस ने बस में फंसे लोगों को बाहर निकलने रेस्क्यू किया. दो क्रेन की मदद से बस को खाई से निकालकर उसमें फंसे लोगों को बाहर निकला गया. सभी लोगों को नजदीक स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. जहां से गंभीर रूप से घायल कर्मचारियों को मेहकारा, एम्स और निजी अस्पताल रेफर किया गया है.