शिमला: हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने गुरुवार यानी आज किन्नौर और लाहौल-स्पीति को छोड़कर प्रदेश के 10 जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है. प्रदेश में कई जगहों पर आज सुबह से ही मूसलाधार बारिश शुरू हो गई है. वहीं, भारी बारिश के चलते प्रदेश के नदी-नाले उफान पर हैं.
मनाल में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज
बुधवार को भी मौसम विभाग ने बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया था. प्रदेश के मनाली में सबसे ज्यादा 42 मिमी बारिश दर्ज की गई. जबकि नारकंडा में 41.5 मिमी, कुफरी में 39.6 मिमी, जुब्बड़हट्टी में 39 मिमी, खदराला में 36.4 मिमी, शिमला में 36.2 मिमी, कसौली में 22.6 मिमी और सराहन में 22 मिमी बारिश दर्ज की गई.
23 प्रतिशत कम बारिश
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से अंतिम अपडेट के अनुसार प्रदेश में बरसात के चलते 126 सड़कें बंद हैं. 27 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से हिमाचल प्रदेश में अब तक बारिश में 23 प्रतिशत की कमी आई है. प्रदेश में 598.4 मिमी औसत के मुकाबले 461.1 मिमी बारिश हुई है.
नदी-नालों के किनारे बढ़ा खतरा
वहीं, भारी बारिश के चलते नदी- नालों का जलस्तर एकाएक बढ़ गया है. जिससे चलते नदी के किनारे जाना खतरे से खाली नहीं है. ऐसे में प्रशासन द्वारा लोगों से नदी -नालों न जाने और आपदा संभावित इलाकों से सुरक्षित दूरी बनाए जाने की अपील कर रहे हैं. इसके अलावा भारी बारिश में लैंडस्लाइड और पेड़ों के गिरने के मामले भी बढ़ जाते हैं. इसलिए वाहन चालकों को भी सावधानी से गाड़ी चलाने की अपील की गई है. सोलन जिले में भी भारी बारिश के चलते नदी-नालों के पास सभी तरह की टूरिस्ट एक्टिविटी को पूरे 2 महीने के लिए बंद कर दिया गया है.
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