Kangra Exit Poll 2024: दो ब्राह्मण चेहरों की दिलचस्प जंग का गवाह बनेगा कांगड़ा, नतीजों से पहले उड़ी उम्मीदवारों की नींद - Himachal Pradesh Exit Polls - HIMACHAL PRADESH EXIT POLLS
Himachal Pradesh Exit Poll: शनिवार को एग्जिट पोल के आंकड़े जारी होने के बाद से हिमाचल में हलचल बढ़ गई है. एग्जिट पोल के आंकड़ों ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों दलों के दावों की हवा निकाल दी है. हिमाचल की कांगड़ा लोकसभा सीट पर भी मुकाबला दिलचस्प है और एग्जिट पोल आने के बाद तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.
Himachal Pradesh Exit Poll: चुनावी नतीजों से पहले जारी हुए एग्जिट पोल के आंकड़ों में भले बीजेपी को बंपर जीत और केंद्र में एनडीए की सरकार बनती दिख रही हो लेकिन हिमाचल प्रदेश में मुकाबला बहुत ही दिलचस्प नजर आ रहा है. पिछले दो लोकसभा चुनाव में हिमाचल में क्लीन स्वीप करने वाली बीजेपी प्रदेश में एग्जिट पोल के आंकड़े देखकर परेशान है. वहीं इस बार रिवाज बदलकर चारों सीटें जीतकर कांग्रेस ने भी चारों सीटों पर जीत का दावा करने वाली कांग्रेस के लिए भी एग्जिट पोल में कोई मैजिक नहीं दिखा है. एग्जिट पोल के आंकड़ों के बाद भी दोनों दल भले चौका लगाने का दावा कर रहे हों लेकिन एग्जिट पोल के ये आंकड़े दोनों दलों की चिंता बढ़ाने वाले हैं.
क्या बीजेपी क्लीन स्वीप कर पाएगी ?
दरअसल 2014 और 2019 में चारों सीटें जीतकर क्लीन स्वीप करने वाली बीजेपी इस बार 4-0 हैट्रिक का दावा कर रही थी और कुछ एग्जिट पोल में बीजेपी के इसी दावे के साथ हैं. इन एग्जिट पोल में बीजेपी को हिमाचल की चारों सीटों पर जीत मिल रही है.
कुछ एग्जिट पोल बीजेपी के 4-0 के दावों को सही बता रहे हों तो कुछ एग्जिट पोल में बीजेपी के लिए बुरी ख़बर भी है. क्योंकि दो बार से चारों सीटें जीतने वाली बीजेपी के हाथ से एक भी सीट निकलना उसके लिए साख का सवाल हो सकता है. वहीं कांग्रेस के लिए दो बार जीरो मिलने के बाद इस बार कुछ एग्जिट पोल अच्छी खबर भी लाए हैं. जो बीजेपी के लिए हिमाचल में झटका साबित हो सकता है.
एग्जिट पोल
बीजेपी
कांग्रेस
रिपब्लिक भारत-मेरटाइज
03
01
दैनिक भास्कर
2-3
1-2
इंडिया टीवी सीएनएक्स
3-4
0-1
टाइम्स नाउ-ईटीजी
03
01
कौन जीत रहा कांगड़ा का किला ?
एग्जिट पोल में एक या दो सीट कांग्रेस को मिलने पर सवाल उठने लगा है कि क्या कांगड़ा सीट पर कुछ मैजिक होने वाला है ? दरअसल कागड़ा लोकसभा सीट 2009, 2014 और 2019 में लगातार बीजेपी के पास रही है. तीनों बार बीजेपी ने नए उम्मीदवार को टिकट दिया था और ये सिलसिला इस बार भी कायम है. बीजेपी के लिए इस बार भी ये टोटका काम करता है या नहीं ये तो 4 जून को पता चल जाएगा लेकिन इस बार हालात बीते लोकसभा चुनावों से बिल्कुल अलग हैं. राज्य में कांग्रेस की सरकार है और सियासी पंडितों के मुताबिक बीते चुनावों के मुकाबले मोदी की लहर या बीजेपी की सुनामी जैसी कोई बात नजर नहीं आ रही है. वो बात और है कि एग्जिट पोल के आंकड़ों में बीजेपी और एनडीए का बोलबाला है. लेकिन हिमाचल में एग्जिट पोल के आंकड़ों ने कांगड़ा सीट पर उम्मीदवारों और दोनों दलों के नेताओं की नींद उड़ा दी है.
कांगड़ा में बीजेपी ने इस बार संगठन से जुड़े राजीव भारद्वाज को मैदान में उतारा था. वहीं कांग्रेस ने भी काफी वक्त लेने के बाद मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री रहे आनंद शर्मा को टिकट दिया. दोनों ही उम्मीदवार पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. आनंद शर्मा 4 दशक पहले एक बार विधानसभा चुनाव लड़े लेकिन हार गए थे, इसके बाद वो 4 बार राज्यसभा सदस्य रहे. राजीव भारद्वाज का चुनावी राजनीति में ये पदार्पण है.
कांगड़ा में कौन जीतेगा ? (ETV Bharat Gfx)
दो ब्राह्मणों के बीच दिलचस्प मुकाबला
कांगड़ा लोकसभा सीट पर पहली बार चुनाव लड़ रहे दोनों उम्मीदवार ब्राह्मण हैं. सियासी पंडितों ने इस बार दिलचस्प मुकाबले की उम्मीद जताई है. 2019 के चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार किशन कपूर ने करीब 5 लाख के अंतर से ये सीट जीती थी. ऐसे में एक बार फिर बीजेपी के हौसले भले बुलंद हैं लेकिन आनंद शर्मा जैसा चेहरे को उम्मीदवार बनाकर कांग्रेस ने भी मुकाबले को कड़ा और दिलचस्प बना दिया है. चुनावी पंडित भी किसी की जीत का दावा तो नहीं कर रहे लेकिन इशारों में काफी कुछ कह रहे हैं.
वरिष्ठ पत्रकार ओपी वर्मा कहते हैं कि आनंद शर्मा बड़ा नाम है और इस बार उम्मीदवार बनने के बाद उन्होंने मेहनत भी की है. असल नतीजे तो 4 जून को आएंगे लेकिन इस बार कांगड़ा की जीत 2019 जैसी बंपर नहीं होने वाली. अब ये आकलन किसके पक्ष में जाएगा ये मंगलवार को ही पता चलेगा. वैसे 2019 में बीजेपी उम्मीदवार किशन कपूर ने 4,77,623 वोट से कांग्रेस उम्मीदवार पवन काजल को हराया था. उस वक्त ये जीत देश की सबसे बड़े मार्जिन से हुई जीत में से एक थी. वैसे पवन काजल 2022 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस विधायक रहते हुए बीजेपी में चले गए थे और मौजूदा समय में वो बीजेपी के विधायक हैं.
2019 में कांगड़ा सीट पर बीजेपी की बंपर जीत हुई थी (ETV Bharat Gfx)
वरिष्ठ पत्रकार धनंजय शर्मा ने आनंद शर्मा को उम्मीदवार बनाए जाने पर कहा था कि वो चुनावी राजनीति से भले कोसो दूर रहे हों लेकिन केंद्रीय मंत्री और 4 बार राज्यसभा सांसद रहे नेता का कद, नाम और चेहरा सुर्खियों में आने के लिए काफी है. आनंद शर्मा को उतारकर कांग्रेस ने साफ किया कि वो कांगड़ा सीट पर बीजेपी को वॉकओवर तो बिल्कुल नहीं देगी. ऐसे में इस बार कांगड़ा का मुकाबला कड़ा और दिलचस्प होगा.
लेखक और वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण भानू हिमाचल की चार में से दो सीटें कांग्रेस को दे रहे हैं लेकिन उसमें कांगड़ा की सीट भी होगी इसका दावा वो नहीं करते हालांकि उनका ये अनुमान एग्जिट पोल से 2 दिन पहले का है. लेकिन उन्हें कांगड़ा में दिलचस्प जंग की उम्मीद है.
हिमाचल में एग्जिट पोल के आंकड़े (ETV Bharat Gfx)
कांगड़ा का किला आएगा 'हाथ' या खिलेगा 'कमल' ?
कांगड़ा लोकसभा सीट के अंतर्गत कांगड़ा और चंबा जिले आते हैं. कांगड़ा में सबसे ज्यादा 15 विधानसभा सीटें हैं. इनमें से 13 कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. जिले में 10 सीट पर कांग्रेस के विधायक जीते. धर्मशाला की सीट को छोड़ दें तो अन्य जगह आनंद शर्मा को विधायकों का समर्थन भी मिला है और प्रदेश में सरकार होने का फायदा भी मिला है. दूसरी ओर राजीव भारद्वाज बीजेपी कैडर, पीएम मोदी का फेस और स्थानीय होने का फायदा मिला है. बीते 3 लोकसभा चुनाव से बीजेपी उम्मीदवार का जीतना भी उनके पक्ष में है लेकिन नतीजों से पहले सामने आए हिमाचल के एग्जिट पोल के आंकड़ों ने उम्मीदवारों की नींद और चैन दोनों छीन लिया है.