हिमाचल के कांगड़ा जिला में एक दर्दनाक हादसा हुआ है. तूफान से टूटी बिजली की तार से करंट लगने के चलते नानी और दोहती की जान चली गई है. हादसा जसवां परागपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत पड़ती पंचायत कुंडना के गांव सलेटी भंडा में हुआ है. जानकारी अनुसार सलेटी भंडा की सपना देवी (50) सुबह करीब आठ बजे खेतों में बंदरों को भगाने के लिए गई थी, उनके साथ उनकी 5 साल की दोहती (नातिन) आरुही भी साथ में थी. वहीं, बीते शुक्रवार रात तेज तूफान के चलते रास्ते में एक बिजली की तार टूट कर गिर गई थी. सपना देवी ने रास्ते से तार को हटाने के लिए जैसे ही उसे उठाया तो दोनों ही करंट की चपेट में आ गईं. इसके बाद लोगों ने नानी और दोहती को दुसहड़ा अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
बंदर भगाने खेत में गई थी नानी-दोहती, करंट लगने से हुई दोनों की मौत - Himachal Live Update - HIMACHAL LIVE UPDATE
By ETV Bharat Himachal Pradesh Team
Published : Mar 30, 2024, 10:14 AM IST
|Updated : Mar 30, 2024, 5:45 PM IST
17:38 March 30
बंदर भगाने खेत में गई नानी-दोहती की करंट लगने से मौत
12:04 March 30
नाचन के पूर्व विधायक टेक चंद डोगरा का निधन
नाचन के पूर्व विधायक टेक चंद डोगरा का 77 साल की उम्र में निधन हो गया है. बताया जा रहा है कि वो बीते कुछ वक्त से बीमार थे. उनके निधन पर हिमाचल प्रदेश के कई नेताओं ने दुख व्यक्त किया है. पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की है. उन्होंने लिखा कि 'नाचन क्षेत्र के पूर्व विधायक श्री टेक चंद डोगरा जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ. क्षेत्र के विकास के लिए उनका अहम योगदान रहा है, जिसे हमेशा स्मरण किया जाएगा. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति व शोकग्रस्त परिवारजनों को संबल प्रदान करें.'
टेकचंद डोगरा नाचन से 4 बार विधायक रहे हैं. वो सबसे पहले साल 1985 में कांग्रेस की टिकट पर विधायक बने थे. इसके बाद साल 1993 में आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीता. जबकि 1998 और 2003 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे.
11:51 March 30
झोपड़ी पर पेड़ गिरने से 5 साल की बच्ची की मौत
ऊना जिले में शुक्रवार रात से जारी बारिश और आंधी ने जमकर कहर बरपाया है. आंधी के चलते जिले में कई जगहों पर पेड़ गिर गए हैं, रास्ते बंद हो गए हैं. वहीं, जिला मुख्यालय के समीपवर्ती गांव टक्का में तेज आंधी के बीच पेड़ गिरने से एक 5 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई है. सपना (मृतका) बिहार की रहने वाली थी. मासूम अपने परिवार के साथ झोपड़ी में सो रही थी, जब तेज आंधी के चलते एक आम का पेड़ झोपड़ी पर आ गिरा. जिसके नीचे दब कर बच्ची की मौत हो गई. जबकि उसके माता-पिता इस हादसे में घायल हो गए हैं. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सबको रेस्क्यू किया और शव को कब्जे में लेकर रीजनल अस्पताल ऊना में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
11:26 March 30
विधानसभा के बाहर 3 निर्दलीय विधायकों का धरना
हिमाचल प्रदेश में सियासी तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रदेश में जहां 6 विधानसभा सीटों पर पहले ही उपचुनाव हो रहा है. वहीं, अब 3 निर्दलीय विधायक इस्तीफा स्वीकार न करने को लेकर विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे हैं. बता दें कि 22 मार्च को होशियार सिंह, आशीष शर्मा और केल ठाकुर ने विधानसभा स्पीकर को सदन की सदस्यता से इस्तीफा दिया था. जो कि स्पीकर द्वारा अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है.
11:11 March 30
रद्द हुआ कंगना रनौत का दौरा
मंडी जिले में देर रात से हो रही बारिश के कारण आज मंडी संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत व सरकाघाट विधायक दिलीप ठाकुर के सभी दौरे रद्द हो गए हैं. ऐसे में अब कंगना रनौत और MLA दिलीप ठाकुर पार्टी कार्यालय भांबला में ही भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे और आगामी रणनीति तैयार करेंगे.
शुक्रवार को भी कंगना रनौत ने मंडी में पहला रोड शो किया. कंगना मंडी के बलद्वाड़ा पहुंची. जहां पर लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया. इस दौरान कंगना के रोड शो में भारी भीड़ जुटी, जिसे देखकर कंगना भी गदगद हो गई. कंगना ने रोड शो के दौरान लोगों को मंडयाली बोली में संबोधित किया.
09:53 March 30
खराब मौसम के बीच निर्दलीय विधायकों का धरना
शिमला: हिमाचल प्रदेश में सियासी हलचल का दौर अभी भी जारी है. प्रदेश के तीनों निर्दलीय विधायक, होशियार सिंह, आशीष शर्मा और केल ठाकुर ने 22 मार्च को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. मगर अभी तक विधानसभा स्पीकर ने तीनों निर्दलीय विधायकों का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है. ऐसे में आज तीनों निर्दलीय विधायक इस्तीफा स्वीकार न करने के विरोध में धरना देंगे. हालांकि आज प्रदेश में मौसम विभाग ने भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी की है और सुबह से ही मौसम के मिजाज बिगड़े हुए हैं, लेकिन खराब मौसम के बावजूद निर्दलीय विधायक आज विधानसभा में 11 बजे धरने पर बैठेंगे.
गौरतलब है कि ये सियासी तूफान 27 फरवरी को राज्यसभा चुनावों में कांग्रेस के बागी विधायकों द्वारा की गई क्रॉस वोटिंग से शुरू हुआ. प्रदेश के तीनों निर्दलीय विधायकों ने भी भाजपा के उम्मीदवार हर्ष महाजन को ही वोट डाला था. 22 मार्च को तीनों निर्दलीय विधायकों ने विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया को अपना इस्तीफा सौंपा और 23 मार्च को कांग्रेस के 6 बागी नेताओं के साथ दिल्ली में भाजपा ज्वाइन कर ली.