कोरबा: कटघोरा में हाथियों ने जबरदस्त तबाही मचाई है. पसान रेंज में हाथियों के झुंड ने किसानों के पांच मवेशियों को पैरों तले कुचल दिया. खेत में खड़ी फसलों को भी हाथियों ने रौंद दिया है. हाथियों की मौजूदगी के चलते गांव वाले भी डरे हुए हैं. वन मंडल अधिकारी कुमार निशांत का कहना है कि सिर्री में जिन मवेशियों की मौत हुई वो अपने कोठार में बंधे रहे. हाथियों ने कोठार को तोड़ते हुए एक बछड़ा समेत पांच मवेशियों को कुचल दिया जिससे उनकी मौत हो गई.
हाथियों ने मवेशियों और फसलों को रौंदा: वन विभाग के मुताबिक पूरी घटना ग्राम सिर्री गांव के बहरापारा की है. गांव के किसान गोविंद सिंह के गायों को हाथियों ने कुचल दिया जिससे उनकी मौत हो गई. इलाके के बाकी किसान अब अपने और अपने मवेशियों के जान माल की रक्षा को लेकर चिंतित हैं. कटघोरा वनमंडल अधिकारी ने गांव वालों को सतर्क रहने की सलाह दी है. लोगों से वन विभाग ने अपील करते हुए कहा है कि वो हाथियों से दूर रहें.
मवेशियों की ली जान (ETV Bharat)
50 से ज्यादा हाथियों का झुंड इलाके में मौजूद: वन विभाग के मुताबिक पचास हाथी अलग अलग झुंड में घूम रहे हैं. धान खरीदी का वक्त होने के चलते ज्यादातर किसान अपने धान की कटाई और मिंजाई में लगे हैं. खलिहान में फसल होने के चलते किसानों को डर है कि हाथियों का झुंड उनकी कटी फसल को भी चट कर सकता है. वन विभाग के कर्मचारी हाथियों की लगातार मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं. हाथियों को रिहायशी इलाके के पास से दूर किए जाने की भी कोशिश की जा रही है.
कोठार में बांधे गए मवेशियों को हाथियों के झुंड ने कुचल दिया. पांच मवेशियों की इसमें मौत हो गई है. गांव वालों को कहा गया है कि वो हाथियों से दूर रहे हैं. हाथियों की निगरानी का काम विभाग के कर्मचारी कर रहे हैं. :कुमार निशांत, वन मंडल अधिकारी, कटघोरा
किसानों को मिलेगा मुआवजा: वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि मवेशियों की मौत और फसलों के नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा. वन विभाग के मुताबिक बीते कुछ सालों में इंसान और हाथियों के बीच टकराव की घटनाएं बढ़ी हैं. वन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक हाथियों से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में कोरबा, सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, जशपुर, सूरजपुर, गरियाबंद और बलरामपुर जिले शामिल हैं. वन विभाग के मुताबिक पिछले पांच सालों में राज्य में हाथियों के हमलों में 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.