पटना :सड़क दुर्घटनाओं में दोपहिया वाहन चालकों की हो रही मौतों को देखते हुए राज्य सरकार ने दोपहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट पहनने की अनिवार्यता को और अधिक प्रभावी बनाने का निर्णय लिया है. परिवहन विभाग के निर्देश पर सभी जिलों में एक विशेष अभियान चलाया जाएगा, जिसका मुख्य उद्देश्य हेलमेट धारण की प्रतिशतता बढ़ाना और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना है.
बाइक चालकों की सबसे ज्यादा मौतें :परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि पिछले वर्ष राज्य में हुई सड़क दुर्घटनाओं में 3203 दोपहिया वाहन चालकों की मौत हुई, जबकि 2247 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. इन मौतों में 882 दोपहिया वाहन चालक एवं 507 सवार दुर्घटना के वक्त हेलमेट नहीं पहने थे. इनमें से ज्यादातर मौतों का मुख्य कारण हेलमेट नहीं पहनना पाया गया है.
''सड़क दुर्घटना आंकड़ों को देखने से पता चलता है कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली अधिकांश मौतें हेलमेट न पहनने की वजह से होती हैं. बिना हेलमेट के सड़क पर वाहन चलाना सिर पर गंभीर चोट का कारण बनता है, जो जानलेवा हो सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार हेलमेट पहनने की अनिवार्यता को और भी सख्ती से लागू कर रही है.''- संजय कुमार अग्रवाल, परिवहन सचिव
जिलाधिकारियों और जिला परिवहन पदाधिकारियों को निर्देश :सभी जिलों के जिलाधिकारियों और जिला परिवहन पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में हेलमेट पहनने के प्रति जागरूकता फैलाएं और इसके पालन की सुनिश्चितता के लिए उचित कदम उठाएं. जिलों में विभिन्न गतिविधियों, जैसे हेलमेट जांच अभियान, जन जागरूकता कार्यक्रम और कैंपेन के माध्यम से लोगों को हेलमेट के महत्व के बारे में जानकारी दी जाएगी.