पटना: किसान हमेशा से फसल के अवशेषों और पराली को निपटाने की चुनौती का सामना करते आए हैं. पहले पराली जलाने से ये समस्या सुलझाने की कोशिश की जाती थी, लेकिन इससे पर्यावरण और मिट्टी पर बुरा असर पड़ता था. अब, कृषि वैज्ञानिक किसानों को पराली न जलाने को लेकर जागरूक किया जा रहा है.
मसौढ़ी में किसान चौपाल: राजधानी पटना के मसौढ़ी और धनरूआ प्रखंड में इन दिनों पंचायत स्तरीय विभिन्न गांव में किसान चौपाल का आयोजन किया जा रहा है. जहां किसानों को नई तकनीक से रबी फसल की खेती करने के गुर बतलाये जा रहे है. वहीं किसान अधिक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं. किसान सलाहकार किसानों को बता रहे की परंपरागत खेती के तरीके से अलग हटकर नई तकनीक से खेती करने की जरूरत है.
किसानों को दी गई खेती की नई-नई तकनीक: किसान चौपाल में रबी की खेती की नई-नई तकनीक के बारे में किसानों को विस्तार से जानकारी दी. कम लागत में अधिक पैदावार एवं खेतों को ज्यादा ऊर्जावान बनाए रखने की जानकारी दी. समय से नर्सरी तैयार करना, गेंहु, मटर, सरसों, मसुर आदी की सीधी बुवाई तकनीक, जीरो टिलेज का प्रयोग में लाने की बात बताई गई. किसान सलाहकार ने सरकार द्वारा किसानों को मिलने वाले बीज और प्रोत्साहन राशि के बारे में बताया.
"पंचायत स्तर पर किसान चौपाल का आयोजन किया जा रहा है और किसानों के बीच नई तकनीक से खेती करना, पराली ना जलाने समेत विभिन्न चीजों के बारे में उन्हें जानकारी दी जा रही है. किसानों को मोटे अनाज की खेती से कृषि पैदावार बढ़ाने, मिट्टी जांच व पैदावार संरक्षण पर किसानों की विस्तार से जानकारी दी गई."-अजय कुमार सिंह, नोडल पदाधिकारी मसौढ़ी
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