हमीरपुर:भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उनकी पार्टी पर हमीरपुर के विकास को लेकर सौतेला व्यवहार अपनाने का गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने हमीरपुर के हक और विकास के लिए आवाज उठाई, तो मुख्यमंत्री ने उनके साथ अनुचित व्यवहार किया और उन्हें हतोत्साहित करने की कोशिश की.
आशीष शर्मा ने कहा, "मुख्यमंत्री को खनन के ऊपर बात करने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए. नादौन में उनके परिवार के लोगों और सगे संबंधियों द्वारा किया गए खनन ने ब्यास नदी की बुरी हालत कर दी गई है. वहां, माइनिंग पॉलिसी की धज्जियां उड़ा दी गई हैं. सरकार ने पूरी की पूरी माइनिंग पॉलिसी ही केवल इस बात के लिए बदल दी कि भाई को फायदा पहुंचाना है. यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि किस तरह के व्यक्ति ऐसी बात कर रहे हैं".
आशीष शर्मा ने कहा, "मैंने हमीरपुर के विकास के मुद्दों को मजबूती से उठाया. लेकिन मुख्यमंत्री और उनकी टीम ने हमीरपुर के विकास के लिए मेरी मांगों को न केवल नजरअंदाज किया, बल्कि मुझे हतोत्साहित भी किया. यह सौतेला व्यवहार प्रदेश की जनता के सामने स्पष्ट हो चुका है. हमीरपुर का बेटा होने के नाते, मैं हमीरपुर की जनता की सेवा करने का संकल्प लेकर राजनीति में आया हूं. मेरा उद्देश्य हमीरपुर के विकास को गति देना और उसकी जनता की भलाई के लिए काम करना है. सत्ता के मद में अंधे हो चुके मुख्यमंत्री और उनकी टीम ने मेरे साथ जो अनुचित व्यवहार किया है, उसका साक्षी पूरा हमीरपुर रहा है".