हल्द्वानी: 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा होनी है. देशभर के वासी इस शुभ अवसर का इंतजार कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस शुभ अवसर पर जहां तीन दिन नंगे पैर चलने और जमीन पर सोने का संकल्प लिया है. इसी के तहत हल्द्वानी के रहने वाले कारसेवक राम भक्त कमल मुनि ने भी नंगे पैर चलने और जमीन पर सोने का संकल्प लिया है. कमल मुनि ने भी राम मंदिर आंदोलन में बढ़ चढ़कर भाग लिया था. आंदोलन के दौरान उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी.
PM मोदी की तरह कड़ी तपस्या, प्राण प्रतिष्ठा के लिए खास तैयारियां, जानिये कार सेवक कमल मुनि की कहानी - रामभक्त कमल मुनि
Kamal Muni of Haldwani took pledge हल्द्वानी के कमल मुनि ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा तक नंगे पैर चलने और जमीन पर सोने का संकल्प लिया है. कमल मुनि ने भी राम मंदिर आंदोलन में हिस्सा लिया था. इस दौरान उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी.
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Jan 21, 2024, 3:39 PM IST
|Updated : Jan 21, 2024, 7:32 PM IST
राम भक्त कमल मुनि पिछले दो दिन से अपने घर के पास बने हनुमान मंदिर में ही रह रहे हैं. वे जमीन पर आसन लगाकर सो रहे हैं. नंगे पैर चल रहे हैं. कमल मुनि का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी से प्रेरित होकर उन्होंने भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा तक हनुमान मंदिर को अपना अस्थायी निवास बनाया है. उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा तक वे भी जमीन पर सोएंगे और नंगे पैर ही रहेंगे. कमल मुनि बताते हैं कि वे भी राम मंदिर आंदोलन में कार सेवक के रूप में अयोध्या गए थे. वे उस समय विश्व हिंदू परिषद से जुड़े हुए थे. आंदोलन में जाने से पहले परिवार के लोगों ने उनको टीका लगाकर अयोध्या के लिए भेजा था.
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उन्होंने बताया कि विवादित ढांचे के गिरने के बाद जब वे वापस हल्द्वानी आ रहे थे तो उनकी और उनके साथ मौजूद अन्य लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया. उसके बाद विश्व हिंदू परिषद के कई कार्यक्रमों में उन्हें बुलाया गया. कमल मुनि कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज राम मंदिर बनकर तैयार हो रहा है. सबको राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का इंतजार है.