नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के भागलपुर दौरे पर हैं, जहां वे किसानों के कल्याण, खुशहाली और समृद्धि को प्राथमिकता देते हुए किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त जारी करेंगे. पीएम मोदी 2025 के बिहार चुनाव से पहले एयरपोर्ट ग्राउंड में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री के साथ होंगे और इस रैली में करीब 5 लाख किसानों के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है.
इस कार्यक्रम में किसान सम्मान निधि का वितरण और एक जनसभा भी शामिल होगी. जानकारी के मुताबिक इस मौके पर वह देश के करीब 10 करोड़ किसानों को सौगात देंगे. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 19वीं किस्त जारी होते ही देश के करीब 10 करोड़ किसानों की इंतजार की घड़ियां खत्म हो जाएंगी.
बता दें, प्रधानमंत्री मोदी 19वीं किस्त के रूप में सभी योग्य किसानों के खाते में 2 हजार रुपये ट्रांसफर करेंगे. कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस बात की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि 18वीं किस्त में किसान कल्याण मंत्रालय ने करीब 20 हजार करोड़ से ज्यादा की राशि किसानों के खातों में ट्रांसफर की थी.
जानें क्या है पीएम किसान निधि सम्मान योजना
इस योजना के तहत पात्र किसानों को हर चार महीने में केंद्र सरकार 2 हजार रुपये यानी सलाना 6 हजार की राशि देती है. यह राशि साल में तीन बार (अप्रैल-जुलाई, अगस्त-नवंबर और दिसंबर-मार्च) किसानों के खातों में ट्रांसफर की जाती है.
योजना में शामिल होने की यह है योग्यता
- भारतीय नागरिक होना आवश्यक
- खेती योग्य भूमि का मालिक होना जरूरी.
- छोटे या सीमांत किसान होना चाहिए.
- हर महीने कम से कम 10 हजार की पेंशन मिलनी आवश्यक.
- इनकम टैक्स फाइल ना करता हो.
- किसी संस्था की भूमि का मालिक ना हो.
इसके साथ-साथ सभी योग्य किसानों को अपना केवाईसी जरूर पूरा करना चाहिए.
पीएम मोदी के बिहार दौरे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता शाहनवाज हुसैन ने बताया कि रैली में एनडीए के वरिष्ठ नेता और भागलपुर, मुंगेर, बेगूसराय समेत 13 जिलों के लोग शामिल होंगे. विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर भाजपा नेता बिहार में 200 से अधिक सीटें जीतने को लेकर आशावादी हैं. शाहनवाज हुसैन ने मजबूत एनडीए गठबंधन और पीएम मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में डबल इंजन वाली सरकार का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि दिल्ली की तरह ही हम आगामी बिहार चुनाव 2025 भी जीतेंगे.
बिहार में भाजपा, जद(यू), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तान आवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक हैं. इस बीच, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे की आलोचना की. उन्होंने आरोप लगाया कि यह आगामी चुनावों से प्रेरित है, जहां इस साल नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. तेजस्वी ने बिहार के लिए प्रधानमंत्री के योगदान पर सवाल उठाते हुए कहा कि 11 साल सत्ता में रहने के बावजूद पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा नहीं दिया गया. उन्होंने राज्य के विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर संदेह जताया.
राजद नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी, उनके मंत्री, उनकी पार्टी के लोग जब भी यहां चुनाव होंगे, बिहार आएंगे, अगर वह 11 साल में पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा नहीं दिला सके, तो हम और क्या उम्मीद कर सकते हैं? इससे पहले, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने दिल्ली चुनाव परिणामों के बिहार पर प्रभाव को कमतर आंकते हुए कहा कि भाजपा के पास राज्य में सरकार बनाने की कोई संभावना नहीं है.